मुख्तार अंसारी का परिवार इन दिनों सलाखों के पीछे है। हाल ही में मुख्तार अंसारी को वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अवधेश राय हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वहीं, मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की बेचैनी भी बढ़ गयी है। चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में कासगंज जेल में बंद सुभासपा के सदर विधायक अब्बास अंसारी ने अधिवक्ता के जरिए न्यायालय से पिता और पत्नी से मिलने की गुहार लगाई है। अदालत ने इस मामले में सुनवाई की अगली तिथि 28 जून को तय की है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए कोर्ट श्वेवता चौधरी की अदालत में विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन मामले की सुनवाई हुई। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अब्बास अंसारी को पेश किया गया। अब्बास ने अधिवक्ता के जरिए प्रार्थना पत्र देकर पिता मुख्तार अंसारी और पत्नी निकहत अंसारी से मिलने और बात कराने के लिए आदेश का अनुरोध किया है। निकहत अंसारी चित्रकूट और मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है।
वहीं, यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी भी अपने बेटे और बहू से बात करने को तरस रहा है। वो एक बार दोनों से बात करना चाहता है। इसलिए उसने भी कोर्ट से गुहार लगाई है। कुछ दिनों पहले बाराबंकी एससीजेएम कोर्ट नंबर 19 में एंबुलेंस प्रकरण में हुई सुनवाई के दौरान मुख्तार ने जज से कहा कि उसका बेटा अब्बास अंसारी यूपी की कासगंज जेल में बंद है और बहू निकहत बानो चित्रकूट जेल में बंद है। दोनों से उनकी बात नहीं हो पा रही है, इसलिए उनकी फोन के जरिए दोनों से बात करवाई जाए। अधिवक्ता के जरिए उसने भी प्रार्थना पत्र दिया है।
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