ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी के दावे पर भारत सरकार का बयान आया है। सरकार ने इसे झूठ का पुलिंदा बताया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि यह जैक डोर्सी का झूठ है। शायद ट्विटर के इतिहास के उस बहुत ही संदिग्ध दौर को मिटाने का प्रयास है। जब डोर्सी और उनकी टीम कंपनी में शीर्ष पर थी तब ट्विटर भारतीय कानून का बार-बार और लगातार उल्लंघन कर रहा था।
मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि ट्विटर एक ऐसी कंपनी है, जिसका मानना है कि भारतीय कानून का पालन करना उनके लिए आवश्यक नहीं है और उन्हें भारतीय कानून का पालन नहीं करना है, जबकि भारत सरकार शुरू से ही भारत में काम करने वाली सभी कंपनियों के लिए बहुत स्पष्ट रही है कि उन्हें हमेशा भारतीय कानून का पालन करना होगा।
मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि जनवरी 2021 में विरोध-प्रदर्शन के दौरान बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाई जा रही थीं, यहां तक कि नरसंहार की रिपोर्ट भी जो निश्चित रूप से फेक थीं। भारत सरकार को सोशल मीडिया मंच से गलत सूचनाओं को हटाने के लिए बाध्य होना पड़ा क्योंकि इसमें स्थिति और भड़क सकती थीं। चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि जैक के समय में ट्विटर पर इस तरह का पक्षपातपूर्ण व्यवहार था कि उन्हें भारत में गलत सूचना को हटाने में समस्या हुई, जब उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में इसी तरह की घटनाएं होने पर स्वयं ऐसा किया था।
बता दें कि हाल ही में ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोसी ने एक सनसनीखेज दावा किया है। एक इंटरव्यू में उन्होंने आरोप लगाया कि भारत सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान सरकार की आलोचना करने वाले ट्विटर खातों को बैन करने का दबाव डाला था।
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