चेन्नई : केंद्रीय गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने तमिलनाडु की द्रमुक सरकार और उनकी सहयोगी कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व पर पीढ़ी दर पीढ़ी भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। शाह ने केंद्र सरकार की ओर से तमिल गरिमा को आगे बढ़ाने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए राज्य की जनता से 2024 में प्रधानमंत्री के तौर पर नेरन्द्र मोदी को दोबारा चुनने में सहयोग करने की अपील की।
अमित शाह रविवार को तमिलनाडु के वेल्लोर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और द्रमुक दोनों को टूजी, थ्रीजी और फोरजी पार्टियों की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि उनका अर्थ टूजी या थ्रीजी घोटाले से नहीं बल्कि दोनों पार्टियों में पीढ़ी दर पीढ़ी सत्ता में बने रहने और भ्रष्टाचार करने से जुड़ा है। शाह ने कहा कि करुणानिधि परिवार तीन पीढ़ियों से राजनीति का हिस्सा बनकर भ्रष्टाचार कर रहा है। वहीं गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी में अब राहुल गांधी लाभ उठा रहे हैं। अब समय आ गया है कि तमिलनाडु में किसी गरीब, किसान या सामान्य जन के बेटे को राज्य की सत्ता सौंपी जाए।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पिछले 10 सालों में कांग्रेस और द्रमुक सरकार ने तमिलनाडु में 12 हजार करोड़ रुपए के घोटाले किए हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पिछले 9 साल का कार्यकाल भ्रष्टाचार के आरोप से मुक्त रहा है। शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा रही हैं। मोदी सरकार देश को सुरक्षित बना रही है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी दुनिया में कहीं भी जा रहे हैं, वहां भारत के तमिल गरिमा का उल्लेख करते हैं।
गृहमंत्री ने नई संसद और उसमें स्थापित सेंगोल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के चोल साम्राज्य के सेंगोल को संसद भवन में स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में तमिल संगम काशी और सौराष्ट्र में आयोजित किए गए। प्रधानमंत्री का मकसद तमिलनाडु की सांस्कृतिक और साहित्यिक समृद्ध विरासत को गुजरात और उत्तर प्रदेश में प्रमोट करना है।अमित शाह ने कहा कि द्रमुक यूपीए सरकार का हिस्सा थी। तब तमिलनाडु के युवाओं को तमिल भाषा में अलग-अलग परीक्षाएं देने का काम नहीं किया गया। लेकिन मोदी सरकार में अखिल भारतीय स्तर की सेवाओं सीएपीएफ और नीट परीक्षा में तमिल भाषा में परीक्षा देने का विकल्प उपलब्ध है।
उन्होंने राज्य के विकास में केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेस वे के लिए मोदी सरकार ने 50 हजार करोड़ रूपए दिए। वहीं मेट्रो के फेस वन और फेस टू के लिए 72 हजार करोड़ रुपए मुहैया कराए गए।
(सौजन्य सिंडीकेट फीड)
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