भोपाल। जबलपुर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार हुए आईएसआईएस के तीन संदिग्ध आतंकी अनेक राज उगल रहे हैं। इन तीनों की रिमांड अवधि बढ़ा दी गई है। इन्हें शनिवार को भोपाल सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। स्पेशल जज सीबीआई नीति राज सिसोदिया ने सभी आरोपियों को 10 जून तक रिमांड पर भेज दिया है। मामले में आगे की सुनवाई अब 10 जून को होगी।
इन तीनों के पास से मिली आपत्तिजनक सामग्री और योजना संबंधी दस्तावेजों से कई खुलासे हो रहे हैं। जिसमें अहम हैं ये और इनका पूरा मॉड्यूल भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की योजना पर काम कर रहे थे, इसके लिए इन सभी आतंकियों ने मिलकर 27 सालों का प्लान बना रखा था और यह हर हाल में सन् 2050 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बना देना चाहते थे। इनके संगठन का लक्ष्य भारत में शरिया कानून लागू करना भी है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की गई अब तक की जांच में यह भी पता चला है कि तीनों आरोपी इस्लाम के प्रति अत्यधिक कट्टरवादी एवं दूसरे मजहब या पंथ के लोगों को न सहन करनेवाले हैं। इनके मंसूबे हिंसक जिहाद को अंजाम देने के थे। इसके लिए ये फंड जमा कर रहे थे, जो रुपया ये इकट्ठा करते थे, उसका उपयोग यह आईएसआईएस के लिए प्रचार सामग्री खरीदने एवं अन्य आपत्तिजनक कार्यें में कर रहे थे। यह उक्त राशि से हथियार और गोला-बारूद खरीदने की तैयारी में लगे थे। इनके पास से प्राप्त सामग्री में यह भी खुलासा हो चुका है कि युवाओं को बरगलाने, भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से उन सभी का उपयोग किया जा रहा था।
इससे पहले भोपाल की कोर्ट में सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद को सात दिन की रिमांड पर एटीएस को सौंपा था, जिसकी अवधि आज तीन जून को समाप्त हो रही थी । इन तीनों को ही 26-27 मई की आधी रात को जबलपुर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और मध्य प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने अपने जॉइंट ऑपरेशन में पकड़ा था। उस समय जबलपुर में 13 स्थानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की गई थी । तत्काल में इनके पास से धारदार हथियार, गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए थे।
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