देहरादून। केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बीआरओ के प्रोजेक्ट शिवालिक मुख्यालय का दौरा किया। भट्ट की अगवानी ब्रिगेडियर पीएस जोशी, मुख्य अभियंता और कमांडर 21 और 36 बीआरटीएफ के साथ-साथ परियोजना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने की। उन्होंने अमर कर्मयोगी स्मृति पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ‘जीवनशैली के लिए पर्यावरण अभियान’ को चिह्नित करने के लिए एक ताड़ का पौधा भी लगाया।
इस दौरान उन्होंने रणनीतिक महत्व की सड़कों पर एओआर में चल रहे कार्यों और चार धाम यात्रा के सुचारू संचालन के लिए की गई तैयारियों और साथ ही भारत माला परियोजना पर चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की समीक्षा कर आगे की योजनाओं के विषय में जानकारी ली।
राज्य मंत्री भट्ट ने बीआरओ द्वारा किए जा रहे बुनियादी ढांचे के कार्यों के तेजी से कार्यान्वयन और विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में कठोर इलाकों और खराब मौसम की स्थिति से उत्पन्न चुनौतियों पर काबू पाने के लिए किए गए प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। साथ ही सीमा पर्यटन को बढ़ाने के लिए बीआरओ द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
अजय भट्ट ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर इशारा करते हुए उमलिंगला में बीआरओ द्वारा निर्मित दुनिया की सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़क के लिए कहा कि परियोजना शिवालिक भी क्षेत्र में माना, नीति, रिमखिम में लगभग समान ऊंचाई पर काम कर रही है। उन्होंने जोशीमठ-औली रोड के मरम्मत और पुनर्वास कार्य जिससे इंडो-अमेरिकन इकाइयों के संयुक्त प्रशिक्षण के संचालन की सुविधा बहुत कम समय में मिल जाती है, उसको सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए परियोजना की उत्कृष्ट उपलब्धि की प्रशंसा की। श्री भट्ट ने इस तथ्य की भी सराहना की कि बीआरओ एकमात्र ऐसी एजेंसी है जिसने पुराने वाहनों के डाउन-ग्रेडेशन और स्क्रैपिंग के आदेश को सफलतापूर्वक पूरा किया है। बीआरओ इस लक्ष्य को प्राप्त करने वाला पहला और एकमात्र सरकारी संगठन बन गया है।
पर्यटन राज्य मंत्री भट्ट ने सीमा सड़क संगठन के यूनिट सैनिकों के साथ बातचीत भी की और देश को स्वयं से आगे रखने में उनके उच्च मनोबल की प्रशंसा की। इसके अलावा विशेष रूप से कठिन और दूरस्थ स्थानों में और राष्ट्र के लिए ईमानदार और मेहनती सेवा के लिए उनकी सराहना की। माननीय मंत्री ने बीआरओ की वीरांगनाओं से बातचीत की और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के संगठनात्मक प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।
श्री भट्ट ने यह भी कहा कि उन्हें हाल ही में मुख्यालय डीजीबीआर का दौरा करने का अवसर मिला था, जहां उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी, वीएसएम, डायरेक्टर जनरल बॉर्डर रोड्स द्वारा खुद बीआरओ के लक्ष्य-उन्मुख कार्य-नैतिकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई थी। इसके बाद, उन्होंने बीआरओ के 64वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोहों में शिरकत की थी और बीआरओ कर्मयोगियों की पूरे साल शानदार प्रदर्शन के लिए प्रशंसा की थी।
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