मथुरा। कोसी कलां क्षेत्र में आश्रम के अंदर महंत हरिदास की अपराधियों ने हत्या कर दी। संत हरिदास आश्रम में अकेले रहते थे। जिस तरह पैर बांधकर साधु की ईंट-पत्थर से कुचलकर हत्या की गई, उसके पीछे गहरे षडयंत्र की आशंका जताई जा रही है। घटना से स्थानीय नागरिकों के साथ मथुरा-वृंदावन के संत-समाज में गुस्सा है और हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग उठ रही है। अफसरों ने पुलिस की कई टीमों को अपराधियों की तलाश में जुटा दिया है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, वारदात थाना कोसीकलां इलाके में नंदगांव रोड पर जाव गांव में स्थित सतगुरु सिद्ध आश्रम में हुई है। आश्रम का संचालन करने वाले बुजुर्ग महंत हरिदास मूलरूप से दिल्ली के रहने वाले थे। करीब 20 साल पहले वह ब्रज आ गए थे ओर यहीं रहकर ईश्वर साधना में जुट गए थे। संत हरिदास आश्रम में अकेले रहते थे। दिन में अक्सर आसपास के साधु उनसे मिलने आते रहते थे और रात में कोई राहगीर या गांववाला आश्रम में रुक जाता था। महंत हरिदास जरूरत होने पर गांव में ही भोजन राशन लेने चले जाते थे। वर्षों से उनका नित्यक्रम ऐसे ही चल रहा था। जब बाबा हरिदास नहीं दिखाई दिए तो गांववालों को आशंका हुई।
जांव गांव के रहने वाले राम भरोसे, कन्हैया लाल आश्रम में पहुंचे तो वहां कमरे में संत हरिदास का लहूलुहान शव पड़ा मिला। शव कमरे के अंदर सोफे पर पड़ा था। बंधे थे और सर व चेहरस खून से सराबोर था। गांववालों का कहना है संत हरिदास की हत्या ईंट पत्थर मारकर की गई। सूचना पर एसएसपी मथुरा शैलेश पांडेय कई थानों की फोर्स और फॉरेंसिक टीमों के साथ आश्रम पहुंच गए। कई टीमों को इलाके में छानबीन में जुटा दिया गया। पुलिस ने फिलहाल महंत हरिदास के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया हे। एसएसपी ने मीडिया को बताया कि फिलहाल हत्या के कारणों की जानकारी की जा रही है। हत्याकांड का जल्द ही खुलासा कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। संत हरिदास की हत्या से स्थानीय लोग दहशत में है। घटना का पता होते ही इलाके के तमाम लोग मौके पर साधु संतों के साथ जुट गए और अफसरों से हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग उठाई है।
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