पकिस्तान की सेना के बारे में जिस तथ्य से दुनिया बहुत हद तक परिचित है उसे पाकिस्तान के ही पूर्व प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से उगल दिया है। तथ्य ये कि पाकिस्तान की सेना ही अपने पाले आतंकवादियों के माध्यम से पड़ोसी देश भारत सहित दुनिया के कई देशों में इस्लामी जिहाद की प्रायोजक है। खुद को अपने ही देश की सेना, शाहबाज सरकार और पंजाब सरकार के निशाने पर महसूस कर रहे ‘आहत’ इमरान खाने ने यह बात अपने एक ट्वीट में साझा की है।
इस ट्वीट में इमरान खान ने चेतावनी के लहजे में लिखा है कि एक बार फिर से पाकिस्तान बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है। इमरान ने यह गुस्सा सरकार द्वारा अपनी पीटीआई पार्टी के नेताओं पर की जा रही कार्रवाई के संदर्भ में व्यक्त किया है।
इतना ही नहीं, लाहौर के अपने घर में आतंकियों को इकट्ठा करने के सेना के आरोप के बारे में इमरान ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि ‘पाकिस्तान की सेना आतंकवादियों को पालती है’। दरअसल सेना ने उक्त आरोप लगाते हुए इमरान के घर को चारों तरफ से घेरा हुआ है और संदेह है कि फौजी किसी भी पल उनके घर के अंदर घुसकर कोई कार्रवाई कर सकते हैं।
When the illegal caretaker Punjab govt announced that 40 terrorists were hiding in my house. Should they not have named them?
The reason they didn't was because what they were planning was to bring 30-40 people with them and then accuse me for harboring terrorists just like last…
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) May 18, 2023
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ने पंजाब सरकार को भी आड़े हाथों लिया जिसने सबसे पहले उन पर घर में आतंकवादियों को छुपाए रखने का आरोप लगाया था। इमरान ने कहा कि ‘अवैध कार्यवाहक पंजाब सरकार ने जब कहा कि मेरे घर में चालीस आतंकवादी छुपे हुए हैं तो क्या उसे उनके नाम भी नहीं बता देने चाहिए थे?’
पीटीआई के अध्यक्ष इमरान की मुसीबतें बजाय कम होने के बढ़ती जा रही हैं। वे सेना और सरकार से सीधे टक्कर लेते दिख रहे हैं। लेकिन अदालतों ने फिलहाल उन्हें कुछ दिन गिरफ्तार न करने का आदेश देकर कुछ राहत तो पहुंचाई ही है।
ताजा हालात से संभवत: बेचैन इमरान ने पाकिस्तान की शाहबाज सरकार तथा सेना को लगभग ललकारते हुए कहा कि ‘वे इस गलतफहमी में रहना छोड़ दें कि मैं कदम पीछे खींच लूंगा।’ उन्होंने आगे बांग्लादेश के गठन का परोक्ष उल्लेख करते हुए कहा कि ‘आज जैसे हालात हैं वैसे ही तब 1971 में थे। वही सब हो रहा है। उस वक्त भी चुनाव जीतने के बाद जिसे प्रधानमंत्री बनना चाहिए था, उसी के विरुद्ध षड्यंत्र रचा गया और षड्यंत्र रचने वाला उसकी जगह खुद प्रधानमंत्री बन गया।’
इमरान द्वारा अपने देश की सेना की असलियत इतनी जल्दी खोल दी जाएगी, इसका शायद रक्षा विशेषज्ञों को अंदाजा नहीं था। इमरान ने आखिर अपनी सेना पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है कि ‘सेना ही तो आतंकवादियों को नियंत्रित करती है। वह ही तो उन्हें पालती है’। असल में इमरान खान चाहते हैं कि देश में जल्द से जल्द चुनाव हों, क्योंकि उन्हें यह लगने लगा है कि जनता उन्हें फिर से प्रधानमंत्री चुन लेगी। शायद इसीलिए उन्होंने कहा भी है कि पाकिस्तान को बर्बादी से बचाने के लिए और कोई रास्ता नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ने पंजाब सरकार को भी आड़े हाथों लिया जिसने सबसे पहले उन पर घर में आतंकवादियों को छुपाए रखने का आरोप लगाया था। इमरान ने कहा कि ‘अवैध कार्यवाहक पंजाब सरकार ने जब कहा कि मेरे घर में चालीस आतंकवादी छुपे हुए हैं तो क्या उसे उनके नाम भी नहीं बता देने चाहिए थे?’
पीटीआई के अध्यक्ष का कहना है कि पंजाब सरकार ही उनके यहां 30-40 लोगों को लाने का षड्यंत्र रच कर मेरे पर ही आतंकवादियों को छुपाए रखने का ठीकरा फोड़ रही है। यह वैसी ही कोशिश है जैसी पिछली बार एक बख्तरबंद कार से मेरे घर में घुसकर कलाश्निकोव और पेट्रोल बम लगाए गए थे।
ट्वीट में इमरान लिखते हैं, ‘पिछले एक साल से पार्टी को खत्म करने की कोशिशें हो रही हैं।लेकिन इससे वह पार्टी और ताकतवर हुई है। लोग जुड़ रहे हैं। पाकिस्तान में कभी हुआ है ऐसा? महिलाओं को बाल पकड़कर खींचा गया है। कौम यह हमेशा याद रखेगी। कोई किसी गलतफहमी में न रहे, यह न सोचे कि दबाव से मेरे कदम पीछे हटेंगे।”
पीटीआई प्रमुख की मांग है कि एक स्वतंत्र आयोग बनाया जाए, जिसे वे सबूत देंगे कि कैसे लोगों से साजिश के तहत फौज पर हमला कराया गया है। जांच में सब सामने आ जाएगा कि यह किसका षड्यंत्र था, किसका षड्यंत्र था कि सेना के माध्यम से पीटीआई पार्टी को खत्म कर दें।
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