कॉर्बेट सिटी रामनगर। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में सोमवार को दस मजारें एक साथ ढहा दी गईं। कॉर्बेट प्रशासन ने रामनगर शहर से लगती शिवालिक पहाड़ी पर अवैध रूप से बनी थपली बाबा की मजार और उसके सामने बनी नौ अन्य अवैध मजारों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। वहां वृक्षारोपण की तैयारी शुरू कर दी गई है। किसी भी मजार में कोई मानव अवशेष नहीं मिले।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने करीब एक महीने पहले कहा था कि कॉर्बेट पार्क हो या कोई भी सरकारी जमीन, उस पर अतिक्रमण हटाया जाएगा। सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने धार्मिक स्थल भी हटाए जाएंगे। सोमवार तड़के कॉर्बेट प्रशासन के बुलडोजरों ने अवैध मजारों को गिरा दिया। इस दौरान पुलिस बल और वनकर्मी वहां डटे रही किसी भी बाहरी व्यक्ति को वहां जाने नहीं दिया गया।
मजारें ध्वस्त होने की खबर सुनते ही मुस्लिम समुदाय के लोग वहां पहुंचे और धामी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाकर वापस भेजा। जानकारी के मुताबिक कॉर्बेट जंगल में इस मजार पर 24 मई से उर्स भी लगने वाला था, जिसके लिए चंदा भी जुटाया जा रहा था। कॉर्बेट प्रशासन को इसकी भनक थी। देहरादून से लगातार इस अवैध मजार के विषय में जवाब तलब किया जा रहा था। ये ही वो मजारों का परिसर था जिसे राष्ट्रीय न्यूज चैनलों ने पिछले माह सुर्खियों में दिखाया था।
कॉर्बेट निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि वन भूमि से अतिक्रमण हटा लिया गया है। करीब चार हेक्टेयर वन भूमि को कॉर्बेट प्रशासन ने वापस अपने कब्जे में ले लिया है, जहां पौधारोपण कराया जा रहा है। किसी भी मजार में कोई मानव अवशेष नहीं मिले। अतिक्रमण हटाओ अभियान में सीएम धामी द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी डॉ पराग मधुकर धकाते ने बताया कि अभी तक 90 हेक्टेयर जमीन अतिक्रमण से मुक्त करवा ली गई है, जिसकी बाजार में कीमत कई करोड़ की है। 342 मजारें ध्वस्त की गई हैं। उन्होंने बताया कि ये अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक एक-एक इंच अतिक्रमण नहीं हटा लिया जाता।
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