अयोध्या। भगवान राम के मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। वर्ष 2024 में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। मंदिर की प्रगति की कुछ तस्वीरें शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जारी की गई हैं। इसमें दिख रहा है कि मंदिर अपने भव्य रूप में आकार ले रहा है। स्तंभ तैयार हैं। सीढ़ियां भी लगभग बन चुकी हैं।
रामलला की मूर्ति 5 वर्ष से 7 वर्ष के बीच के बालक स्वरूप में तैयार होगी। यह 8.5 फुट लंबी होगी। अयोध्या में भगवान राम की पूजा बालक रूप में होती है।
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से शुक्रवार को सोशल मीडिया पर मंदिर निर्माण की कुछ तस्वीरें साझा की गई हैं। मंदिर के गर्भगृह में सभी स्तंभ खड़े किए जा चुके हैं। मंदिर के निर्माण में मकराना के सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
तस्वीरों में द्वार, दीवारें, स्तंभ खड़े दिख रहे हैं। मंदिर निर्माण का काम तय समय से आगे बढ़ रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि श्रीराम मंदिर के पहले तल का निर्माण कार्य जल्द पूरा हो जाएगा।
पहले भी जानकारी आयी थी कि प्रथम तल के निर्माण का कार्य अक्टूबर, 2023 तक पूरा हो जाएगा। गर्भ गृह की दीवार, खंभों, फ़र्श पर मकराना का मार्बल लगेगा।
मंदिर में 35 एमएम मोटा मकराना मार्बल का फर्श होगा। मंदिर के फर्श में कालीन नुमा नक्काशी की जाएगी। मकराना मार्बल में 15 इंच गहराई तक नक्काशी की जाएगी। रामलला के मंदिर में 12 दरवाजे होंगे। ये दरवाजे महाराष्ट्र की टीक की लकड़ी से बनाए जाएंगे।
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