नेपाल पुलिस ने दस ऐसे भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है जो गैरकानूनी रूप से नेपाल में रह रहे थे। पुलिस ने बताया है कि ये सभी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नेपाल की नागरिकता लिए हुए थे। बताया गया है कि पकड़े गए सभी लोग भारत के बिहार प्रदेश के रहने वाले हैं।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए इन लोगों में तीन महिलाएं भी हैं। अभी नेपाल पुलिस द्वारा इन लोगों पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन आरोप यही है कि ये अवैध तरीके से नेपाल के नागरिक बने थे। नेपाल पुलिस ने यह जानकारी भी दी है कि गिरफ्तार तीन महिलाएं और सात पुरुष नेपाल में हलवाई का काम कर रहे थे। पता चला है कि जिन कथित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने नेपाल की नागरिकता ली थी, वे उन्हें नेपाल के रूपनदेही, बारा तथा परसा जिलों के प्रशासनिक कार्यालयों से प्राप्त हुए थे।
पता चला है कि जिन कथित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन्होंने नेपाल की नागरिकता ली थी, वे उन्हें नेपाल के रूपनदेही, बारा तथा परसा जिलों के प्रशासनिक कार्यालयों से प्राप्त हुए थे।
नेपाल पुलिस के ‘काठमांडू वैली क्राइम इंवेस्टिगेशन’ विभाग के दस्ते ने इन दस भारतीय लोगों को गिरफ्तार किया है। नेपाल पुलिस में उपाधीक्षक ने जानकारी दी है कि इन लोगों को दो दिन पूर्व काठमांडू के अलग अलग इलाकों से पकड़ा गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट है कि नेपाल पुलिस के ‘काठमांडू वैली क्राइम इंवेस्टिगेशन’ विभाग के दस्ते ने इन दस भारतीय लोगों को गिरफ्तार किया है। नेपाल पुलिस में उपाधीक्षक ने जानकारी दी है कि इन लोगों को देा दिन पूर्व काठमांडू के अलग अलग इलाकों से पकड़ा गया है।
काठमांडू पुलिस ने पकड़े गए सभी लोगों की पहचान सार्वजनिक करने के लिए एक प्रेस वार्ता आयोजित की थी। पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि इन भारतीय नागरिकों ने अलग-अलग तारीखों पर ये फर्जी कागजात उक्त जिलों के प्रशासनिक कार्यालयों से किसी माध्यम से हासिल किए थे। इन कागजों के आधार पर उन्होंने नेपाल की नागरिकता के प्रमाण पत्र प्राप्त किए थे।
काठमांडू पोस्ट ने भी इस बाबत एक रिपोर्ट छापी है। इसके अनुसार, गिरफ्तार किए गए ये भारतीय लंबे समय से नेपाल में ही रह रहे हैं। इनमें से कुछ तो साल 2006 में यहां आकर बस गए थे। पता चला है कि पिछले तीन महीने से पुलिस इन लोगों की तहकीकात कर रही थी। जांच के बाद ही उन्हें पकड़ा गया है।
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