एक समय ऐसा था कि सनातन नगरी हरिद्वार में अंडा मांस मछली मदिरा की बिक्री सेवन कड़े प्रतिबंधों की वजह से नही हो पाती थी।किंतु अब मुस्लिम आबादी के द्वारा हरिद्वार को घेर लिए जाने के बाद से न सिर्फ सीमावर्ती क्षेत्रों में मांसाहारी वस्तुएं बिकने लगी है बल्कि शहर के प्रमुख आर्य नगर चौक तक “नॉन वेज” की दुकानें बढ़ती जा रही है, इन दुकानों से बकायदा इन खाद्य पदार्थो की होम डिलीवरी भी की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक गंगा किनारे होटलों में भी “नॉनवेज” परोसे जाने की खबरे है। गंगा घाटों पर शराब और हुक्का चिलम पीते पर्यटकों की खबरें भी सुर्खिया बटोरती रही है। इन्ही शिकायतों पर हरिद्वार पुलिस ने पिछले दिनों ज्वालापुर क्षेत्र में मांस की बिक्री करने वाले दुकानदारों के यहां छापा भी मारा था, छापे के पीछे उद्देश्य यही था कि इन दुकानदारों द्वारा नियमों के विरुद्ध अपने स्लाटर हाउस बना लिए गए है और उससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, शहर की नालियों में जीव जंतुओं का रक्त बह रहा था। इन दुकानदारों का चलान करके इनसे जुर्माना भी वसूला गया था।
हरिद्वार जिले में स्लाटर हाउस प्रतिबंधित है, यहां सहारनपुर स्लाटर हाउस से पशु मांस लाने की छूट है, किंतु यहां के मांस कारोबारी बिना किसी प्रशासनिक खौफ के जीव जंतु की हत्याएं कर रहे है। खास तौर पर यहां नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग और खाद्य विभाग इस मामले में लापरवाह दिखलाई देता है।
क्या कहते है एसएसपी अजय कुमार सिंह
हरिद्वार में मांस मदिरा की चोरी छुपे बिक्री और आर्य नगर तक नॉन वेज शॉप्स खुल जाने पर एसएसपी अजय कुमार सिंह ने कहा है कि तीर्थ नगरी पर जहां जहां मांस प्रतिबंधित है वहां किसी भी सूरत में बिक्री नही होने दी जाएगी। हमारे विशेष दल ने ज्वालापुर में जांच पड़ताल की है, यदि और कोई शिकायत आती है तो हम सख्त करवाई करेंगे।
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