उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवार जोरो से प्रचार में लगे हुए है। वहीं गाजियाबाद से एक ऐसे प्रत्याशी के प्रचार की बात सामने आई है जिसे पुलिस ने पहले ही जिला बदर घोषित कर रखा है।
दरअसल पूरा मामला ट्रांस हिंडन क्षेत्र के पसौंडा से निगम वार्ड 66 का है जहां से स्वच्छ राजनीति का दावा करने वाली पार्टी आम आदमी पार्टी ने मुस्तकीम नाम के एक अपराधी को टिकट दिया है। मुस्तकीम को पुलिस पहले ही जिला बदर घोषित कर चुकी है।
बाबजूद इसके न सिर्फ आप प्रत्याशी के रूप में मुस्तकीम ने नामांकन दाखिल किया। बल्कि वह अब खुलेआम प्रचार भी कर रहा है। जिसकी तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
अब ऐसे में सवाल उत्पन्न होता है कि कैसे आम आदमी पार्टी ने एक जिला बदर अपराधी को टिकट दे दिया। जिसके आधार पर उसने अपना नामंकन दाखिल कर दिया और अब खुलेआम प्रचार में जुटा हुआ है।
बता दें कि जब किसी अपराधी पर कई आपराधिक मामले दर्ज होते है तभी पुलिस उसे जिला बदर घोषित कर देती है, हालांकि, यह जिला बदर की अवधि 6 माह की होती है, लेकिन इस आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है।
एडिशनल कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
जिला बदर अपराधी के चुनाव लड़ने और उसके द्वारा प्रचार करने के मामले पर गाजियाबाद के एडिशनल कमिश्नर दिनेश कुमार पी। ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ने वाले मुस्तकीम को हमने 18 अप्रैल को हमने जिला बदर किया था। अब उसके द्वारा जनपद में प्रचार करने के कई वीडियो सामने आए है। वायरल वीडियो की पुलिस जांच कर रही है। अगर सत्यता पाई जाती है तो उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। हालांकि लोकतंत्र में चुनाव लड़ने की अपनी एक प्रक्रिया है।
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