हम सबको ध्यान है कि अभी कुछ दिन पहले बिहार में कई स्थानों पर रामनवमी शोभायात्राओं पर हमले हुए थे, लेकिन सरकार ने इन सबका ठीकरा हिंदुओं पर ही फोड़ दिया था। यह सब वोट बैंक को खुश करने के लिए किया गया था। परंतु सचाई कुछ और ही लग रही है। अब सत्ताधारी दल जदयू की भूमिका ही संदिग्ध लगने लगी है। नवादा में जदयू नेता मंजूर आलम को पुलिस ने भारी मात्रा में जिंदा बम और हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है।
नवादा के नरहट प्रखंड से सटे गांव में 23 अप्रैल की देर रात को मंजूर आलम के घर पर पुलिस ने छापामारी की। पुलिस ने इनके घर से बम, देशी कट्टा और 315 बोर की गोलियां बरामद की हैं। मंजूर के अलावा पुलिस ने इनके बेटे और भतीजे को भी हिरासत में लिया है। हालांकि स्थानीय पुलिस कुछ भी बताने से इंकार कर रही है।
बता दें कि रामनवमी के समय बिहार के 5 जिलों में हिंसक घटनाएं घटी थीं। इनमें एक नालंदा का बिहारशरीफ इलाका भी था। नालंदा के इसी इलाके में ईद के दिन बम विस्फोट की खबरें आईं। बड़ी दरगाह के पास पहाड़पुर मुहल्ले में 2 धमाके से क्षेत्र में दहशत फैल गई। एक झोपड़ी में यह बम धमाका हुआ। धमाके की खबर सुनकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस को झोपड़ी के फर्श और दीवार पर खून के छींटे मिले। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया है कि धमाके बम के ही थे। कुछ लोगों का कहना है कि यहां बम बनाने का काम चल रहा था। इसी क्रम में धमाका हो गया। इस धमाके में 2 लोग घायल भी हुए। दोनों के परिचितों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय किसी गुप्त स्थान पर इलाज के लिए भर्ती किया है।
मां दुर्गा मंदिर को किया अपवित्र
बिहार के मुजफ्फरपुर में 22 अप्रैल की शाम कल्याणी चौक पर मां दुर्गा के मंदिर में पेशाब करने की घटना सामने आई। कुकृत्य करनेवाले की पहचान शहर के दीवान रोड निवासी मोइनुद्दीन के रूप में हुई है। घटना से आक्रोशित श्रद्धालुओं ने इसे मंदिर परिसर में पीट दिया।
घटना की खबर पूरे शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई। शीघ्र ही नगर थाना के एसएचओ तथा बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मुजफ्फरपुर पुलिस के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, “हमने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर एक बड़े समुदाय की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। आरोपी घायल है और हमने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है। आरोपी के माता पिता उसे मानसिक रूप से बीमार बता रहे हैं।”
इन घटनाओं ने बताया दिया है कि बिहार में मजहबी तत्व गड़बड़ी फैलाने में लगे रहते हैं। दुर्भाग्य से इनके पीछे सरकार के लोग भी खड़े रहते हैं।
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