नई दिल्ली : कथक धरोहर और भारत मंच आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है। इसको लेकर आज (रविवार, 23 अप्रैल) कर्तव्यपथ पर सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसका शीर्षक ‘एकात्मता’ है। यह सांस्कृतिक कार्यक्रम दिल्ली के सेंट्रल विस्टा में शाम सात बजे से आयोजित होगा। कार्यक्रम में कुचिपुड़ी, मोहिनीअट्टम और कथकली आदि लोकनृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
भारतीय स्वतंत्रता दिवस के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में 75 कलाकारों का एक समूह 75 मिनट लंबी रचना में प्रस्तुती देगा। इसमें असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के जनजातीय और लोकनृत्यों की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। प्रख्यात कलाकार और कार्यक्रम से जुड़े सदानंद बिस्वास ने बताया कि अपनी रचना के माध्यम से हम भारतीय नृत्य रूपों की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को फैलाना चाहते हैं।
कथक धरोहर और भारत मंच के अनुसार यह कार्यक्रम हमारे भूले हुए स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है, जिनके नाम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक पृष्ठ तक नहीं मिलता है। उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों को अत्यंत कृतज्ञता के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करने का हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आज हम जिस लोकतांत्रिक, गणतंत्रराष्ट्र में हैं, वह उनके त्याग और समर्पण के बिना हमें नहीं मिलता, इसलिए ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के इस अवसर पर अपनी प्रस्तुति को अपनी मातृभूमि के इन गुमनाम योद्धाओं को समर्पित करते हैं।
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