हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की वजह से लोगों को एक बार फिर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल महीने में बर्फ गिरने से कई क्षेत्रों में सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। साथ ही बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मरों के ठप पड़ जाने से बिजली भी गुल हो गई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि शुक्रवार सुबह तक राज्य में दो नेशनल हाईवे व 58 सड़कें अवरुद्व हैं। इसके अलावा 214 ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति जिले में 37, कुल्लू में 10, किन्नौर में छह, चंबा व कांगड़ा में दो-दो और शिमला जिला में एक सड़क बाधित है। भारी बर्फबारी के कारण कुल्लू जिला में रोहतांग टॉप को जाने वाला नेशनल हाईवे-तीन और जलाड़ी टॉप को जाने वाला नेशनल हाईवे-305 अवरुद्ध है।
प्रवक्ता के मुताबिक कुल्लू जिला के थ्लोट, कुल्लू और मनाली उपमंडलों में 80, लाहौल-स्पीति जिला के उदयपुर, लाहौल और स्पीति उपमंडलों में 71, किन्नौर के निचार व पूह में 33 और चंबा जिला के पांगी में 30 ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बीती रात गोंदला में 22, केलांग में 12 और खदराला में आठ सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। इसके अलावा शिमला के मशोबरा में 59, मंडी क कटौला में 39 और शिमला के रोहडू में 37 मिमी वर्षा हुई। शिमला समेत राज्य के मैदानी भागों में कुछ स्थानों पर भारी ओलावृष्टि होने से गेहूं की फसल और सेब, आम व गुठलीधार फलों को नुकसान पहुंचा है। बारिश-बर्फबारी से तापमान में गिरावट आने से पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम सर्द हो गया है। लाहौल-स्पीति जिला के मुख्यालय केलांग में न्यूनतम तापमान -3.2 डिग्री, किन्नौर जिला के कल्पा में -0.4 डिग्री, कुकुमसेरी में -0.2 डिग्री, नारकंडा में 1.4 डिग्री, रिकांगपिओ में 2.3 डिग्री, मनाली में 3 डिग्री, कुफरी में 4.1 डिग्री और शिमला में 4.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 23 अप्रैल तक राज्य में मौसम खराब रहेगा। हालांकि इस दौरान भारी वर्षा व बर्फबारी का अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
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