नैनीताल में शहर के बीचों बीच स्थित मेट्रो पॉल होटल के परिसर में कबाड़ियों ने अवैध कब्जा जमाकर कबाड़ एकत्र करना शुरू कर दिया। जब प्रशासन को इसकी भनक लगी तो टीम भेजकर इनका चलान काटा गया और जगह खाली करने का नोटिस दिया गया। मेट्रो पॉल होटल , केंद्रीय गृह मंत्रालय की शत्रु संपत्ति है। इसके साथ पड़ी खाली जमीन पर प्रशासन ने अस्थाई कार पार्किंग बनाई हुई है, ताकि हाई कोर्ट और नैनीताल क्लब आने वाले आगंतुकों के वाहन पार्क हो सकें।
इसी बीच उज्ज्वल शेख और रहमान कबाड़ी ने होटल के जर्जर भवन की दूसरी मंजिल और बाहर अहाते में कबाड़ एकत्र कर ढेर लगा दिया। इस मामले में जब डीएम को इसकी शिकायत मिली तो उन्होंने नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी को मौके पर भेजा। ईओ आलोक उनियाल ने मौके पर जाकर कबाड़ हटाने को कहा। साथ ही सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने का चलान काटकर उन्हें थमा दिया।
जानकारी के मुताबिक दोनों कबाड़ी यूपी से आए और एक स्थानीय कबाड़ी रोहित को साथ लेकर यहां कब्जा कर लिया। इस बारे में स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि शहर के बीच में कबाड़ का धंधा नहीं होना चाहिए और इन कबाड़ियों को लेकर लोगों ने कई सवाल भी उठाए थे कि आखिर ये कौन हैं, कहां सेआए, किसने इन्हें यहां बसने दिया? जबकि ठीक पीछे हाई कोर्ट की दीवार है और थोड़ी दूरी पर ही वीआईपी मूवमेंट नैनीताल क्लब में रहता है।
उल्लेखनीय है कि मेट्रो पाल होटल और उसके आसपास बेशकीमती शत्रु संपत्ति पर सैकड़ों मुस्लिम परिवारों ने यूपी, दिल्ली से आकर अवैध कब्जे कर लिए हैं। जिसकी खबर प्रशासन को भली भांति है और इस कब्जे की वजह से कई ड्रेनेज पाइप चॉक पड़े हैं और सड़क का विस्तार भी नहीं हो पा रहा है। शत्रु संपत्ति वो प्रॉपर्टी होती है, जिसके मालिक विभाजन के दौरान देश छोड़कर चले गए और अब इस संपत्ति पर गृह मंत्रालय का स्वामित्व है और डीएम इसके केयर टेकर रहते आए हैं।
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