अखिल भारतीय वैदिक सनातन संघ के पूर्व अध्यक्ष और ज्ञानवापी मामले के पैरोकार जितेंद्र सिंह विसेन ने दिल्ली में अपने ऊपर हमले का आरोप लगाया है। हमलावर पीछे से इंजेक्शन चुभाकर भाग निकले। उनको चिल्लाता देख लोगों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कोई दवा इंजेक्शन के जरिए डाली गई है। इसका असर एक हफ्ता बाद भी हो सकता है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
विसेन ने बताया कि घटना के बाद से उनको बहुत घबराहट हो रही है। जैसे ही मेरे ऊपर इंजेक्शन अटैक हुआ, शरीर कांपने लगा, बेचैनी बढ़ने लगी और जलन होने लगी। बीच सड़क में जोर-जोर से चिल्लाने लगा, इतने में आसपास मौजूद लोगों ने मुझे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट कराया। विसेन की तहरीर के आधार पर दिल्ली के पटेल नगर थाने की पुलिस प्रकरण की जांच कर रही है।
दिल्ली के पटेल नगर स्थित अपने आवास पर उन्होंने खाना खाया। कुछ देर बाद घर के समीप स्थित पार्क में टहलने गए थे। टहलने के बाद वह वापस घर आ रहे थे। उसी दौरान दो लोगों ने उन्हें पीछे से पकड़ लिया। इंजेक्शन अटैक कर दिया। जितेंद्र सिंह विसेन और उनकी पत्नी किरण सिंह ने ज्ञानवापी मामले में भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान समेत कई मुकदमे दायर किए हैं। ऐसे में उन्होंने पहले ही अपनी जान पर खतरा होने की शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि- कुछ लोग मुझे इस मुक़दमे से हटने के लिए धमकी दे रहे हैं। जितेंद्र सिंह की मांग है कि ज्ञानवापी से मुस्लिमों की एंट्री बैन की जाए, और पूरा परिसर हिन्दुओं को सौंप दिया जाए। परिसर में मौजूद शिवलिंग की पूजा करने दी जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने मुक़दमे में पावर ऑफ़ अटॉर्नी सौंपने की मांग भी उठाई थी।
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