देश में छठवीं बार सामान्य मानसून रहने की संभावना है। बीते पांच वर्ष से भारत में मानसून की स्थित सामान्य रही है। यह मौसम विभाग का पूर्वानुमान है। यह जानकारी शुक्रवार को मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि भारतीय कृषि को मानसून का जुआ कहा जाता है। क्योंकि भारतीय खेती पूर्णरूप से वर्षा पर आधारित है। यदि बारिश अच्छी होती है तो फसल का उत्पादन बढ़ता है और कम बारिश होती है तो फसल के उत्पादन पर भी इसका असर पड़ता है। मौसम का असर हमारी दिनचर्या पर भी पड़ता है। बाजार में उतार और चढ़ाव का गणित भी मौसम पर ही आधारित होता है।
किसानों की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है मानसून का असर
मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि भारत देश कृषि आधारित है। ऐसे में मानसून की खबर किसानों के लिए तो काफी महत्वपूर्ण होती ही है, साथ ही आम लोगों के लिए भी। ऐसे में हर कोई मौसम की जानकारी जानना चाहता है कि इस वर्ष कैसा मानसून रहेगा। इस साल के मानसून को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपडेट अनुमान जारी किया है। इसके अनुसार इस साल मानसून सामान्य रहेगा। ये छठी बार है कि देश में मानसून सामान्य रहेगा। बीते पांच सालों से भारत में सामान्य मानसून की स्थिति देखी गई है। आईएमडी ने मानसून 2023 को लेकर यह पहला अनुमान जारी किया है। दूसरा अनुमान मई के अंत तक जारी किया जाएगा।
देश में इस वर्ष सामान्य मानसून का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपडेट जारी करते हुए मानसून पूर्वानुमान के संबंध में बताया है कि इस बार देश में सामान्य मानसून रहने वाला है। इस साल देश में औसत बारिश 96 प्रतिशत होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के दौरान अगस्त से सितंबर में अल नीनो का असर देखने को मिल सकता है। हालांकि इसका बहुत ज्यादा असर दिखाई नहीं देगा।
देश में कहां होगी सामान्य बारिश और कहां होगी कम
आईएमडी ने विभिन्न मॉडल के आधार पर मानसून के बारे में भविष्यवाणी की है। इसके अनुसार प्रायद्वीपीय भारत के इलाकों के साथ ही उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य बारिश होगी। वहीं पश्चिमी-मध्य भारत और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश की संभावना है। इस साल अल नीनो का प्रभाव मानसून के उत्तरार्ध में नजर आएगा। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि बारिश कम होगी। ऐसा कई बार हुआ है कि अल नीनो के दौरान सामान्य या उससे अधिक बारिश देखने को मिली है।
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