पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) और कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआई) के तीन शीर्ष कैडरों को बरपेटा जिले के बरपेटारोड रेलवे स्टेशन इलाके से गिरफ्तार किया गया। फिलहाल तीनों से पुलिस की पूछताछ जारी है। केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में पीएफआई पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।
बरपेटा जिले के पुलिस अधीक्षक अमिताभ सिन्हा ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में पीएफआई और सीएफआई के तीन शीर्ष कैडरों की गिरफ्तारी की जानकारी साझा की। शुक्रवार रात को गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपितों में जाहिदुल इस्लाम, जाकिर हुसैन और अबू समा शामिल हैं। तीनों को पुलिस अधीक्षक सिन्हा के नेतृत्व वाली टीम ने बरपेटारोड रेलवे स्टेशन इलाके से पकड़ा। तीनों को आज बरपेटा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश कियाजाएगा।
जाहिदुल इस्लाम सीएफआई की राष्ट्रीय समिति का कोषाध्यक्ष और असम राज्य समिति का अध्यक्ष है। जाहिदुल इस्लाम असम के बाक्सा जिलांतर्गत गोवर्धना के ग्राम सनबारी का निवासी है। जाकिर हुसैन पीएफआई का राज्य सचिव है और वह बाक्सा के ग्राम गोवर्धना का निवासी। अबू समा पीएफआई का प्रदेश अध्यक्ष है और वह बरपेटारोड के वार्ड-9 का रहने वाला है।
पुलिस ने पीएफआई और सीएफआई के कैडरों के पास से 1.5 लाख रुपये नकदी के साथ बैंक दस्तावेज और कई अन्य सामान जब्त किए हैं। पुलिस के अनुसार प्रतिबंधित पीएफआई की संगठनात्मक गतिविधियां अभी भी जारी हैं। पीएफआई और सीएफआई के ये कैडर असम से भागने के बाद लंबे समय से देश के अलग-अलग राज्यों में छिपे हुए थे। दिल्ली से ट्रेन से असम में प्रवेश करने के बाद पीएफआई और सीएफआई के नेताओं के साथ पीएफआई अध्यक्ष अबू समा को बरपेटारोड रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने गिरफ्तार किया।
अबू समा ने दिल्ली से गुपचुप तरीके से असम में प्रवेश करने वाले जाकिर हुसैन और जाहिदुल इस्लाम को बरपेटारोड रेलवे स्टेशन से किसी गुप्त स्थान पर ले जाने की योजना बनाई थी। पुलिस अधीक्षक सिन्हा ने कहा कि पुलिस को लंबे समय से पीएफआई और सीएफआई के दोनों शीर्ष नेताओं की तलाश थी। शीर्ष तीन कैडरों से पुलिस की पूछताछ जारी है।
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