मुंबई से सटे पालघर जिले के समुद्री क्षेत्र में शनिवार की सुबह संदिग्धावस्था में एक नाव दिखने से खलबली मच गई। इसकी जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल की टीम और अन्य सुरक्षा एजेंसियां संदिग्ध नाव को सरगर्मी से तलाश रही हैं। हालांकि समाचार लिखे जाने तक इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी मीडिया को नहीं दी गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आज सुबह तकरीबन 9 बजे पालघर जिले के समुद्री इलाके में संदिग्धावस्था में एक नाव देखी गई। बताया जा रहा है कि इस नाव में पाकिस्तानी नागरिक भी दिखे थे। इसके बाद संबंधित विभाग की टीम ने यह जानकारी तत्काल उच्च स्तर पर दी, जिसके बाद नौसेना और तटरक्षक बल की टीम उस नाव को ढ़ूढ़ रही है। समाचार लिखे जाने तक इस संबंध में कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं मिली है।
दरअसल, मुंबई में 26-11 के हमलों के बाद मुंबई पुलिस और अन्य एजेंसियां समुद्र तट की रक्षा के लिए नियमित निगरानी कर रही हैं। इसी वजह से आज पालघर समुद्र में संदिग्धावस्था में एक नाव देखे जाने की सूचना के बाद सभी एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
बता दें पिछले वर्ष अगस्त में रायगढ़ जिले के हरिहरेश्वर तट पर गुरुवार दोपहर हथियारों और विस्फोटकों से भरी नाव के मिलने के बाद हड़कंप मच गया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया था। पुलिस ने नाव से एके-47, राइफलें और कारतूस भी बरामद किए थे। जिसके बाद हाई अलर्ट घोषित किया गया।
बाद में महाराष्ट्र उप मुख्यमंत्री ने एक बयान में बताया कि नाव एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक की है। नाव यूरोप जा रही थी। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक समुद्र में नाव का इंजन खराब हो गया था। कोरियाई नाव से लोगों को निकाला गया। अब यह अब हरिहरेश्वर समुद्र तट पर पहुंच गई है। आगामी त्यौहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।
बताते चलें कि साल 2008 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों के लिए लश्कर के 10 आतंकियों ने पाकिस्तान के कराची से समुद्र के रास्ते अरब सागर के जरिए मुंबई में एंट्री ली थी। इसके बाद मुंबई पहुंचकर लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ताज महल पैलेस होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट, कामा अस्पताल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया था। चार दिनों तक चले इस हमलों में नौ हमलावरों समेत 175 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
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