पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने खालिस्तानी अमृतपाल के वकीलों को कहा है कि अगर उनके पास अमृतपाल के पुलिस हिरासत में होने को लेकर पुख्ता प्रमाण है तो वह अदालत को दें ताकि वारंट ऑफिसर को नियुक्त किया जा सके। दूसरी तरफ सरकार ने हाईकोर्ट में दावा किया है कि पुलिस टीमें अमृतपाल के बेहद करीब हैं। उसे बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मंगलवार को हाईकोर्ट में अमृतपाल की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई हुई।
पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को ऑपरेशन अमृतपाल शुरू किया था। उसी दिन से अमृतपाल गायब है। वारिस पंजाब दे संगठन ने अमृतपाल के गायब होने के मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी, जिस पर आज सुनवाई हुई। इस दौरान पंजाब के महाधिवक्ता ने कहा कि अमृतपाल लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है और वह भेष बदल बदलकर भाग रहा है। एजी ने हाईकोर्ट को बताया कि पुलिस टीमें अमृतपाल के बेहद करीब हैं। उसे बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हाईकोर्ट ने अमृतपाल के वकील से कहा कि अगर अमृतपाल के पुलिस हिरासत में होने को लेकर कोई सबूत है, तो वह अदालत में दें अदालत बिना किसी देरी के वारंट आफिसर नियुक्त करेगी।
अदालत ने अमृतपाल के पुलिस हिरासत में होने के मुद्दे पर पंजाब पुलिस तथा अमृतपाल के वकीलों को अदालत में हलफनामा दायर करने के निर्देश जारी किए हैं। अगली सुनवाई में दोनों पक्षों की तरफ से हलफनामा दिए जाने के बाद ही अदालत कोई फैसला देगी। इस मामले की अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी।
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