पंजाब पुलिस के भय से फरार खालिस्तानी समर्थक नेता अमृतपाल के समर्थक उत्तराखंड में भी रहे हैं। इन समर्थकों ने पंजाब जाकर उससे मुलाकात की थी और बाद में उसके साथ की अपनी फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। अमृतपाल के पंजाब से फरार होने के बाद पहले उसके हरियाणा में होने, फिर वहां से उत्तराखंड भागने और फिर नेपाल जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। पिछले दिनों ये बात भी उड़ी थी कि अमृतपाल की तलाश में एनआईए ने उत्तराखंड में भी दस्तक दी थी। बाड़े डीजीपी अशोक कुमार ने इस बात का खंडन किया था। उन्होंने ये भी बताया था कि अमृतपाल की किसी महिला नातेदार को भी यहां नहीं पकड़ा गया।
हालांकि पुलिस ने इस बात को स्वीकार किया है कि अमृत पाल के समर्थन में सोशल मीडिया में पोस्ट डालने वाले तीन युवकों को हिरासत में लिया गया था। उधर उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर पर बिलासपुर क्षेत्र में सोमवार को यूपी पुलिस ने छापेमारी की थी और दो प्रिंट मशीन चलाने वालों को और कुछ युवकों को हिरासत में लिया है। ये लोग अमृतपाल के समर्थन में फ्लैक्स प्रचार सामग्री लगा रहे थे।
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में G-20 की बैठक के मद्देनजर बॉर्डर एरिया में पुलिस ज्यादा सक्रिय है और उत्तराखंड में खालिस्तानी समर्थक नेता पन्नू के धमकी भरे फोन आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने ज्यादा चौकसी बरती हुई है।
उत्तराखंड में अमृतपाल के समर्थकों के साथ एसटीएफ ने पिछले हफ्ते पूछताछ की थी और उन्हें समझा दिया गया था कि सोशल मीडिया से अपनी और अमृतपाल की तस्वीरें हटा लें, अन्यथा वे परेशानी में पड़ सकते हैं। जानकारी के मुताबिक ऐसा उनके समर्थकों द्वारा किया भी, लेकिन उनके द्वारा जैसे ही पोस्ट हटाई गई तो पन्नू के धमकी भरे कॉल लोगों के मोबाइल पर आने लगे। जिसके बाद पुलिस और अलर्ट हो गई। पुलिस दो दिन बाद भी ये नहीं पता लगा पाई है कि आखिर उक्त फोन कॉल आने के सोर्स क्या थे, क्या वो आवाज पन्नू की थी या कुछ और तत्व इसमें शामिल हैं, जो जी-20 की बैठक में विघ्न डालना चाहते हैं क्योंकि ऐसी ही कॉल अमृतसर जी-20 बैठक के दौरान आई थी।
ऐसी जानकारी मिल रही है कि अमृतपाल नेपाल पहुंच गया है। हालांकि भारत-नेपाल बॉर्डर पर सुरई फॉरेस्ट रेंज में एसएसबी, वन विभाग और पुलिस लगातार कांबिंग कर रही है। पीलीभीत-नेपाल बॉर्डर पर भी कांबिंग चल रही है। भारत नेपाल सीमा चूंकि खुली सीमा है इसलिए उसके यहां से निकलने में कोई दिक्कत भी नहीं दिखाई देती।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ पुलिस और गृह मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक भी हुई और सीएम ने जी-20 की बैठक के मद्देनजर सुरक्षा और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। जी-20 की बैठक आज से शुरू हो रही है और यहां तीन लेयर की सुरक्षा देश-विदेश के प्रतिनिधियों के लिए लगाई गई है।
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