भगवान शिव, भारत माता और अन्य महापुरुषों की झांकियां शामिल थीं। सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान से प्रारंभ हुई इस शोभायात्रा में शामिल लोग नाचते-गाते चल रहे थे।
गत दिनों को भोपाल में सामाजिक सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें बड़ी संख्या में घुमंतू जातियों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर एक शोभायात्रा भी निकली, जिसमें भगवान शिव, भारत माता और अन्य महापुरुषों की झांकियां शामिल थीं। सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान से प्रारंभ हुई इस शोभायात्रा में शामिल लोग नाचते-गाते चल रहे थे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए विमुक्त-घुमंतू, अर्द्ध-घुमंतू जनजाति समाज के अखिल भारतीय संयोजक दुर्गादास व्यास ने कहा कि आप और हम अलग नहीं हैं। हममें कोई छूत-अछूत नहीं है। हम सब एक हैं। आपके और हमारे महापुरुष एक हैं। हमारा रक्त का संबंध है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चिकनी-चुपड़ी बातें करके हमें चर्च ले जाकर अपने धर्म से दूर करने का कार्य कर रहे हैं। वे हमें अनेक प्रकार के प्रलोभन देते हैं। उन्होंने ऐसे लोगों के कुचक्र में न फंसकर अपने धर्म को सुरक्षित रखने की अपील की।
आप और हम अलग नहीं हैं। हममें कोई छूत-अछूत नहीं है। हम सब एक हैं। आपके और हमारे महापुरुष एक हैं। हमारा रक्त का संबंध है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चिकनी-चुपड़ी बातें करके हमें चर्च ले जाकर अपने धर्म से दूर करने का कार्य कर रहे हैं।
-दुर्गादास व्यास ,अखिल भारतीय संयोजक
गुफा मंदिर के महंत रामप्रवेश दास महाराज ने कहा कि हम सभी हिंदू समाज के ध्वजवाहक हैं। विमुक्त, घुमंतू समाज के प्रांत संयोजक लखन विश्वकर्मा ने कहा कि यह आयोजन देश, धर्म, संस्कृति के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वालों को समाज के साथ मिलकर आगे बढ़ाने हेतु किया गया है। पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय में राज्यमंत्री रामखिलावन पटेल ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम जनजागरूकता के लिए आवश्यक हैं।
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