चीन में ‘सैक्स स्लेव’ बनाई जा रही हैं लाखों कोरियाई लड़कियां!
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

चीन में ‘सैक्स स्लेव’ बनाई जा रही हैं लाखों कोरियाई लड़कियां!

उत्तर कोरिया में भुखमरी के हालात से तंग आकर लड़कियां देश से भाग निकलती हैं। इन्हें चीन के मानव तस्कर वहां से लाकर अलग अलग इलाकों में वेश्यावृत्ति में झोंक देते हैं

by WEB DESK
Mar 25, 2023, 03:00 pm IST
in विश्व
चीन में एक उत्तर कोरियाई लड़की   (फाइल चित्र)

चीन में एक उत्तर कोरियाई लड़की (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हाल ही में चीन में कोरियाई लड़कियों को लेकर एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। मानवाधिकार आयोग की इस रिपोर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि चीन में लाखों कोरियाई लड़कियों और महिलाओं को देहव्यापार में झोंका गया है। इन्हें मानव तस्करी के रास्ते चीन में लाकर वहां के ‘‘रेडलाइट’’ ठिकानों में जबरन रखा जा रहा है। ये लड़कियां यहां ‘वेश्यावृत्ति’ में लगाई गई हैं।

इतना ही नहीं, यह रिपोर्ट बताती है कि उनसे जबरन गर्भधारण कराया जाता है। वेश्‍यावृत्ति के साथ ही इनसे जबरन मजदूरी कराई जाती है और हर तरह के गलत कामों में इस्तेमाल किया जाता है। चीन में जिन प्रांतों में कोरियाई लड़कियों के इस तरह फंसे होने की जानकारी दी गई है, वे हैं ल्याओनिंग, हीलोंगजियांग तथा जिलिन। इन्‍हें ‘रेडजोन’ बताया गया हैा

जिन लड़कियों को इस तरह का अपमानजनक जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है उनमें से ज्यादातर उत्तर कोरिया में भुखमरी के हालात से तंग आकर देश से भाग निकली थीं। इन्हें चीन के मानव तस्कर वहां से लाकर अलग अलग इलाकों में वेश्यावृत्ति में झोंकते रहे हैं। एक आकलन के अनुसार, उत्तर कोरिया की करीब 5 लाख लड़कियां और महिलाएं इस तरह जकड़ी जा चुकी हैं। मजबूरी की मारी हजारों लड़कियों की आयु करीब 12 साल ही है।

चीन के बदनाम ‘रेडलाइट’ इलाकों में मानव तस्करों का अंतरराश्ट्रीय गुट सक्रिय रहता है। इन गुटों ने वेश्‍यावृत्ति का यह कारोबार बहुत हिसाब से चलाया हुआ है। मानव तस्करी करने वाले गुट हालात की मारी इन लड़कियों तथा महिलाओं को उत्तर कोरिया में बदहाली से मुक्त कराने के सपने दिखाते हैं, उन्हें लालच देते हैं। एक बेहतर जिंदगी जीने का सपना पाले ये लड़कियां उनके चक्कर में फंसकर वेश्‍यावृत्ति के जाल में फंस जाती हैं। उन्हें नहीं पता होता कि यहां उनकी जिंदगी पहले से भी ज्यादा नारकीय बन जाएगी। इसके बाद उनके यहां से निकलने के सारे रास्ते हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं।

रिपोर्ट आगे बताती है कि वेश्यावृत्ति के कुचक्र में फंसाने के अलावा इन लड़कियों से जबरन शादी की जाती है, इन्हें साइबर यौन तस्करी से जोड़ दिया जाता है। मानवाधिकार रिपोर्ट ने उत्तर कोरिया की प्रमुख कानूनी सलाहकार सोफिया इवेंजेलो को उद्धृत किया है। सोफिया के अनुसार, कई मामलों में तो उत्तर कोरिया की लड़कियां ये जानते हुए भी तानाशाह सत्ता से दूर जाने को तैयार हो जाती हैं कि उनका यौन शोषण होगा। लेकिन उन्हें तब भी उत्तर कोरिया में बदहाल जिंदगी से वह बेहतर दिखाई देता है।

एक बेहतर जिंदगी जीने का सपना पाले ये लड़कियों को नहीं पता होता कि यहां उनकी जिंदगी पहले से भी ज्यादा नारकीय बन जाएगी। इसके बाद उनके यहां से निकलने के सारे रास्ते हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं।

मानवाधिकार आयोग की इसी रिपोर्ट में है कि उत्तरी कोरिया में पुरुषों को सरकारी नौकरी किसी तरह मिल भी जाती है, लेकिन लड़कियों के मामले में ऐसा कम ही होता है। सरकारी नौकरी में लगे लोगों पर भी कई तरह के अत्याचार होते हैं। पता चला है ऐसे ज्यादातर पुरुष खुद चाहते हैं कि उनके घर की लड़कियां तो कम से कम इस नरक को न भोगें।

इतना ही नहीं, समाचार पत्र ‘द सन’ में प्रकाशित एक समाचार के अनुसार, मानव तस्कर चीन के वेश्‍यावृत्ति वाले इलाकों में इन लड़कियों पर जबरदस्त अत्याचार करते हैं। इन्हें निर्वस्त्र करके सार्वजनिक रूप् से पीटा जाता है। इनकी बोली लगाई जाती है और वेश्‍यालयों को बेच दिया जाता है। एक लड़की या महिला के लिए कुछ सौ डॉलर की कीमत लगाई जाती है। एक पीड़िता ने खुद बताया कि एक दलाल ने उसे 3000 डॉलर में दूसरे आदमी को बेच दिया।

एक अन्य रिपोर्ट का कहना है कि उत्तर कोरिया से शरणार्थी बनकर चीन आने वालीं 70- 80 प्रतिशत लड़कियां तस्करी के जरिए यौन शोषण के कारोबार में झोंकी गई हैं। और यह कारोबार 105 अरब डॉलर सालाना का बताया गया है। चीन में एक बच्चे के कानून की वजह से लिंगानुपात बिगड़ गया है। अब चीन में पुरुषों को शादी के लिए लड़कियां नहीं मिल रही हैं। ऐसे में वहां हर साल अरबों रुपए का ‘सैक्स स्लेव’ कारोबार हो रहा है। इसलिए उत्तर कोरियाई लड़कियों की ऐसे पुरुषों की जबरन शादियां कराई जाती हैं।

ग्लोबल राइट्स कंप्लायंस की रिपोर्ट के अनुसार, इस कारोबार में उत्तर कोरिया तथा चीन के दलाल मिलकर काम करते हैं। चीन की सुरक्षा एजेंसियों को भी इस काले कारोबार से रिश्‍वत में मोटा पैसा मिलता है इसलिए वे उस तरफ से आंखें मूंदे रहती हैं।

Topics: चीनpyongyongउत्तर कोरियाsexbeijingslavereportredlighthumanrightsChinamarriagenorthkoreagirlsdictatorमानव तस्करीforcedCommissionरिपोर्ट
Share7TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

DU के सिलेबस में बदलाव

DU के सिलेबस में बदलाव: अब पढ़ाया जाएगा सिखों की शहादत, हटाए गए इस्लाम-चीन-पाक चैप्टर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies