जालंधर के डीआईजी स्वपन शर्मा ने दावा किया है कि फरार अलगाववादी कट्टरपन्थी अमृतपाल अपनी सेना तैयार कर रहा था। उसके साथियों से बरामद हथियारों पर एकेएफ लिखा मिला है जिसका अर्थ आनन्दपुर खालसा फोर्स से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमृतपाल का पाकिस्तान की बदनाम गुप्तचर एजेंसी के साथ भी अमृतपाल का सम्पर्क था।
अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी सतिंदर सिंह ने दावा किया कि अमृतपाल के एक करीबी से 100 से ज्यादा अवैध कारतूस मिले। जब उससे पूछा गया कि यह कारतूस कहां से आए तो उसने बताया कि अमृतपाल ने उसे किसी जानकार से यह कारतूस दिलाए हैं। अमृतपाल अभी फरार है और उसको लेकर मीडिया तरह-तरह के कयास लगा रहा है। राज्य में सुरक्षा के पुख्ता प्रबन्ध किए गए हैं।
जानिए कौन है अमृतपाल सिंह, जिसने सुलगाई खालिस्तान और अलगाववाद की आग?
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