कभी खालिस्तान का झंड़ा उठाकर चलने वाले एक सिख नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि अमृतपाल को तो आईएसआई औजार की तरह प्रयोग कर रही है। मोदी की तारीफ करते हुए इस सिख नेता ने कहा कि उन्होंने सिखों के लिए बहुत सारे काम किए हैं।
ये पूर्व खालिस्तानी नेता कोई और नहीं, दल खालसा नामक गुट को खड़ा करने वाला, कभी खालिस्तान का झंडा उठाकर चलने वाला नेता है जसवंत सिंह ठेकेदार। जसवंत सिंह ने अब एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी की खुलकर प्रशंसा करते हुए उन्हें सिख समुदाय का हिताकरी बताया है। ठेकेदार ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इस साक्षात्कार में कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी सिख समुदाय की बहुत इज्जत करते हैं। सिखों के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया है।
ठेकेदार मोदी के काम भी गिनाते हैं, जैसे उन्होंने करतारपुर गलियारा खुलवाया, छोटे साहिबजादों को लेकर देश को जागरूक किया। इतना ही नहीं, मोदी ने लोगों को ब्लैकलिस्ट करने पर भी पाबंदी लगाई है। जसवंत सिंह ने साक्षात्कार में कहा कि भारत की मोदी सरकार ने सिख समुदाय से जुड़ी कितनी ही मांगें मान ली हैं और कुछ मांगे आने वाले वक्त में मानने वाले हैं।
यू.के. में रह रहे पूर्व खालिस्तानी नेता जसवंत सिंह ने ‘वारिस पंजाब दे’ गुट के मुखिया अमृतपाल सिंह की भी आलोचना की। बता दें कि अमृतपाल सिंह पिछले दिनों पंजाब के अजनाला में पुलिस के साथ हिंसक झड़प के बाद सुर्खियों में आया था। ठेकेदार ने कहा कि अमृतपाल सिंह खालिस्तान के बारे में कुछ नहीं जानता। उन्होंने कहा कि अमृतपाल खालिस्तानी नहीं है। वह इसके बारे में कुछ नहीं जानता।
जसवंत सिंह ने पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई पर अनेक गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि पिछले दिनों अजनाला में हिंसक उपद्रव मचाने वाले अमृतपाल सिंह को आईएसआई औजार की तरह प्रयोग कर रही है। लेकिन जब अमृतपाल उसके लिए काम का नहीं रहेगा तो वह उससे किनारा करके, किसी और को औजार बना लेगी। पुराने खालिस्तानी नेता ने साफ कहा कि पाकिस्तान को पता है, अगर खालिस्तान बन गया, तो खालिस्तानियों का अगला निशाना लाहौर ही होगा। यही वजह है कि पाकिस्तान ऐसा नहीं होने देगा। ठेकेदार के अनुसार, खालिस्तान का असली दुश्मन तो पाकिस्तान है, भारत नहींं।
आम आदमी पार्टी खालिस्तान समर्थकों पर नरमी बरत रही है, इस बात पर जसवंत सिंह का कहना है कि पंजाब में भगवंत मान की सरकार खालिस्तानियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई ना करके खालिस्तान आंदोलन को फिर से जिलाने में हाथ बंटा रही है। जसंवत मानते हैं कि आम आदमी पार्टी सरकार खालिस्तानियों से नहीं निपट सकती।
साक्षात्कार में इस पूर्व खालिस्तानी नेता ने ‘खालिस्तान’ को लेकर किए जा रहे ‘जनमत संग्रह’ को एक षड्यंत्र बताते हुए कहा है कि कुछ देशों में ‘बैन’ गुट ऐसा ढोंग कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे जिस ‘जनमत’ की बातें करते हैं, उसकी कैसी भी मांग पंजाब ने नहीं की है। यह तो एक गुट पाकिस्तानी आईएसआई के उकसावे पर ऐसा काम कर रहा है। ये मांग करने वाले भारतीय नहीं हैं, वे तो कनाडा, अमेरिका अथवा ब्रिटेन के नागरिक हैं। वे जो ‘जनमत’ कर रहे हैं उसका तो उन्हें कोई हक भी नहीं है।
हिंसाग्रस्त अफगानिस्तान से जिस तरह गुरु ग्रंथ साहिब को पूरे सम्मान के साथ भारत लाने के मोदी सरकार ने खास इंतजाम किए उससे जसंवत सिंह को बहुत खुशी हुई थी। जिस तरह सिखों के तीर्थ करतारपुर साहिब के लिए गलियारा खोलने को तमाम माध्यमों से सरकार ने मशविरा किया, वह भी उन्हें अच्छा लगा था। यूके निवासी जसंवत सिंह ठेकेदार ने स्पष्ट कहा कि सीएए कानून से तो सिख समुदाय को ही लाभ होगा, उन्हें केन्द्र सरकार से मदद मिल पाएगी।
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