यूपी के सहारनपुर में फरार गैंगस्टर खनन माफिया, पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली के लिए अदालत ने न्यायिक रिमांड मंजूर कर ली है। अदालत में पेश होने के बाद खनन माफिया महमूद को चित्रकूट जेल वापस भेज दिया गया है।
महमूद अली पर दिल्ली की एक युवती ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था और मिर्जापुर थाने में उनके और दोनों बेटों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसी सिलसिले में महमूद अली को चित्रकूट जेल से यहां लाकर सिविल जज अमित कुमार अदालत में पेश किया गया और सुनवाई के बाद न्यायिक रिमांड की पुलिस की अर्जी को मंजूर कर लिया गया। आरोपी अब 28 मार्च तक न्यायिक रिमांड पर रहेंगे।
युवती का आरोप है कि ग्लोकल यूनिवर्सिटी में नौकरी देने के बहाने आरोपियों ने उसे दिल्ली से सहारनपुर बुलाया और सामूहिक दुष्कर्म किया। इस मामले में महमूद अली के दोनों बेटों की न्यायिक रिमांड पहले ही मंजूर की हुई है। अदालत में पेश होने के बाद अली को चित्रकूट जेल भेज दिया गया।
महमूद अली को सहारनपुर पुलिस की एसटीएफ ने मुंबई से गिरफ्तार किया था। वह कई महीनों से पुलिस से बचता रहा। महमूद का बड़ा भाई हाजी इकबाल अभी भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस-प्रशासन ने उनकी संपत्ति कुर्क करते हुए गैंगस्टर लगाया है और गिरफ्तारी पर इनाम भी घोषित किया हुआ है। इनके पासपोर्ट भी जब्त किए जा चुके हैं। इस परिवार पर सरकार की संपत्तियों को खुर्दबुर्द करने, अवैध खनन करके पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने जैसे मामले भी दर्ज हैं।
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