रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया के विभिन्न देशों के बीच राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं, लेकिन रूस तमाम मुश्किलों के बावजूद अब भी भारत को सबसे ज्यादा हथियार दे रहा है। यह दावा किया है एक स्विस थिंक टैंक ने। इतना ही नहीं, थिंक टैंक की रिपोर्ट बताती है कि रूस के बाद भारत को सबसे ज्यादा हथियार फ्रांस देता है।
मोदी सरकार की मेक इन इंडिया नीति के अंतर्गत भारत ने अब रक्षा उत्पादन में तेजी लाने का निर्णय किया है। हमारी सेना अब स्वदेश निर्मित हथियारों को तरजीह दे रही है। लेकिन अभी भी कुछ हथियार रूस आदि देशों से मंगाए जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, रूस भारत का हथियारों का मुख्य स्रोत बना हुआ है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की यह रिपोर्ट बताती है कि 2013-17 और 2018-22 दोनों कालखंड में रूस भारत को हथियारों का सबसे बड़ा आपूर्ति करने वाला देश था। लेकिन भारत की दृष्टि से सुखद बात यह है कि कुल भारत में हथियारों के कुल आयात में इसकी भागीदारी कम हो गई है।
हथियार बिक्री और नि:शस्त्रीकरण पर नजर रखने सवाले थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की यह रिपोर्ट बताती है कि 2013-17 और 2018-22 दोनों कालखंड में रूस भारत को हथियारों का सबसे बड़ा आपूर्ति करने वाला देश था। लेकिन भारत की दृष्टि से सुखद बात यह है कि कुल भारत में हथियारों के कुल आयात में इसकी भागीदारी कम हो गई है। पहले यह 64 फीसदी थी लेकिन आज घटकर 45 फीसदी हो गई है।
यूक्रेन से युद्ध के चलते और अमेरिका, जापान तथा ऑस्ट्रेलिया जैसे ताकतवर देशों के दबाव के बाद भी रूस पर हथियारों के लिए भारत का आश्रित रहना नई दिल्ली के निष्पक्ष रुख के पीछे एक बड़ा कारण माना जा रहा है। भारत ने भी दोनों ही पक्षों की तरफ समान भाव से युद्ध रोककर बातचीत की मेज पर सुलह करने का एक नहीं अनेक बार सुझाव दिया है। भारत ने अमेरिका की घुड़की को नजरअंदाज करते हुए रूस से सस्ती कीमत पर तेल खरीदना जारी रखा है।
थिंक टैंक की रिपोर्ट कहती है कि भारत 1993 से विश्व भर में हथियारों का सबसे बड़ा आयातक रहा है। इस आयात के पीछे भारत के प्रति पाकिस्तान तथा चीन का शत्रुतापूर्ण व्यवहार एक बड़ी वजह रहा है। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद लगाए प्रतिबंधों का हथियारों के आयात पर बहुत बड़ा असर पड़ा है। यह भी एक वजह है कि भारत ने स्वदेशी हथियारों के उत्पादन में बहुत फुर्ति दिखाई है। थिंक टैंक का मानना है कि इस कालखंड में भारत को फ्रांस से हथियारों की आपूर्ति 489 फीसदी बढ़ी है।
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