गंगा नगरी गढ़मुक्तेश्वर में एक संस्था द्वारा 4215 ऐसे लोगों का सामूहिक तर्पण किया गया, जिन्हें लावारिस रूप से छोड़ दिया गया था और उनकी अस्थियां विभिन्न श्मशान घाटों पर कलश में रखी हुई थीं।
संस्था के प्रमुख दीपक अग्रवाल ने बताया कि कई शहरों में खासकर एनसीआर में विभिन्न श्मशान घाटों में लावारिस व्यक्तियों के अस्थि कलश काफी महीनों से पड़े हुए थे। उनकी टीम ने जाकर उन्हें एकत्र किया है। इनमें ऐसे भी अस्थि कलश थे जोकि कोविड काल में मृत्युलोक को प्राप्त हुए और उनके वारिस उन्हें मोक्ष देने नहीं आए। ऐसे 4215 लोगों की अस्थियां यहां लाकर साधु-संतों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोचारण के बीच उन्हें गंगा में विसर्जित करते हुए तर्पण की सांस्कृतिक धार्मिक परंपरा को पूरा किया गया। इस मौके पर अमरोहा गढ़ के सांसद कुंवर दानिश भी मौजूद रहे।
शिव शक्ति अस्थि सेवा समिति के महासचिव रामदास चौहान ने बताया कि हर साल उनकी संस्था ये अस्थि सेवा का कार्य करती है। उन्होंने इसे इससे बड़ा पुण्य का कार्य बताया है।
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