उत्तराखंड के सीमावर्ती जिले पिथौरागढ़ की पहाड़ियों पर भारत और मित्र राष्ट्र उज़्बेकिस्तान के साथ संयुक्त युद्धभ्यास का कार्यक्रम आज सम्पन्न होगा, उज़्बेकिस्तान से आई सैन्य टुकड़ी ने भारत के सेना के गढ़वाल राइफल्स के साथ ये अभ्यास किया ।
सेना जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उज़्बेकिस्तान की सेना का 45 सैन्यकर्मियों का दल ने दो सप्ताह तक पिथौरागढ़ की चंडाक की पहाड़ियों पर भारत के गढ़वाल राइफल्स की 14 बटालियन के सैनिकों के साथ मिलकर अभ्यास किया । आतंकवाद से निपटने, पहाड़ो में छापामार कारवाई करने जैसे विषय इस संयुक्त युद्धभ्यास का हिस्सा रहे, हेलीकॉप्टर के जरिए पैरा ट्रूपर उतारकर आतंकवादी अड्डों को नष्ट करना, आतंवादियो के साथ छापा मार युद्ध लड़ना जैसे अभियान का यहां प्रशिक्षण लिया गया।
पिथौरागढ़ में 2019 में भी उज़्बेकिस्तान के साथ संयुक्त युद्धभ्यास हुआ था,2021 में नेपाल के साथ भी यहीं सैन्य अभ्यास किया गया था।
रानीखेत और ओली में भी भारत अमेरिका, भारत रूस आदि देशों के साथ संयुक्त युद्धभ्यास किए जाते रहे है ,आज दोनो देशी के सेना अधिकारियों की मौजूदगी में इस युद्धभ्यास कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।
14 गढ़वाल राइफल्स के कर्नल अनिल त्यागी के मुताबिक इस युद्धभ्यास में आधुनिक स्वचालित मशीन गन, नाइटविजन कैमरा, डिजिटल तकनीक आदि का प्रयोग भी किया गया।
उज़्बेकिस्तान के कर्नल इस्माइल के अनुसार साझा युद्धभ्यास में हमने एक दूसरे को कई महत्वपूर्ण अनुभवों को साझा किया है।ऐसे युद्धभ्यास से हमे नई नई कंडीशन में युद्ध करने का अनुभव हासिल होता है।
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