राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने झारखंड में भाकपा माओवादी को फंडिंग करने वालों पर बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए ने शुक्रवार को 154 बैंक खाता और म्यूचुअल फंड को फ्रीज कर दिया है। इन खातों में कुल 20.65 करोड़ रुपये हैं। ये सभी खाता संतोष फर्म और उनसे जुड़े हुए लोगों से संबंधित है।
एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि संतोष कंस्ट्रक्शन के साझेदारों में से एक मृत्युंजय कुमार सिंह का माओवादी के शीर्ष कार्यकर्ताओं के साथ घनिष्ठ संबंध था। उन्होंने माओवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए माओवादी कैडर रवींद्र गंझू, भाकपा (माओवादी) की क्षेत्रीय समिति के सदस्य को नकद धनराशि प्रदान की थी।
उल्लेखनीय है कि लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र में 2019 विधानसभा चुनाव के ठीक पहले माओवादी हमले में चार पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एनआईए ने बड़ी कार्रवाई की थी। एनआईए ने पूछताछ के बाद मृत्युंजय सिंह उर्फ सोनू सिंह को तीन फरवरी 2021 को गिरफ्तार किया था। एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि लातेहार के चंदवा के रहने वाले मृत्युंजय सिंह ने घटना से एक दिन पहले चंदवा के भालुजंगा जंगल में भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर रवींद्र गंझू से मुलाकात की थी और उन्हें हमले के लिए रुपये उपलब्ध कराए थे।
22 नवंबर 2019 की रात आठ बजे चंदवा के लुकईया मोड़ के समीप पुलिस गश्ती की टीम पर भाकपा माओवादियों के मोटरसाइकिल दस्ते ने फायरिंग की थी। इस हमले में चार पुलिस कर्मी बलिदान हुए थे। वर्तमान में मृत्युंजय सिंह जमानत पर बाहर है।
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