जेएनयू के स्कूल ऑफ फिजिकल साइंसेज की केमिस्ट्री लैब में बिजली के सोर्ट सर्केट की वजह से आग लग गई। जिससे केमिकल वाले धुएं की वजह से कुछ छात्रों को चोटें एवं अंतरिक रक्त स्राव हुआ जिनको उनके साथियों ने AIIMS में भर्ती कराया। झुके इस संस्थान में आज से बचाव का ना तो फायर अलार्म था न ही फायर extinguisher ही थे। जिससे आग को देर में काबू किया जा सका, जब की दमकल को बुलाया गया। इस प्रकार की अव्यवस्था और पूर्व व्यवस्था न होने पर एबीवीपी जेएनयू इकाई ने आज तुरंत कुलपति महोदय को पत्र लिखकर साइंस की प्रयोग शालाओं में इस तुरंत इस अव्यवस्था को दूर करने, फायर निकास के उचित प्रबंध करने एवं उचित संख्या एवं अधिक से अधिक स्थानों पर फायर रोधी सिलेंडर रखने की अपील करते हुए ज्ञापन दिया।
अभाविप जेएनयू के मंत्री विकास पटेल ने कहां की, प्रशासन के लिए छात्रों का जीवन सर्वोपरि होना चाहिए। जिस प्रकार बिना किसी उचित सुरक्षा व्यवस्था के साइंस लैब हैं उससे आज किसी भी प्रकार का दूसरा और भी अधिक भयावह हादसा हो सकता है। हमने प्रशासन से अपील की है की इसपर तुरंत संज्ञान लेकर अग्नि शमन एवं बचाव के जो भी उचित तरीके हो सकें उन्हें जल्द से जल्द विज्ञान प्रयोग शालाओं में स्थापित करना चाहिए।”
गौरतलब हो की पूर्व में 2016 में जेएनयू के ही पर्यावरण विज्ञान संस्थान में रविवार के दिन एक प्रयोगशाला में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी, जिसमे कई करोड़ की प्रायोगिक उपकरण नष्ट हो गए थे। उसके पश्चात उस संस्थान में फायर अलार्म, अग्निशमन एवं बचाव के उचित उपाय किए गए थे।
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