कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पिता जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। भाजपा की ओर से इस पर कड़ा एतराज जताया गया। पवन खेड़ा ने कहा कि वह मोदी जी के नाम को लेकर भ्रमित थे। लेकिन, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पवन खेड़ा इससे पहले भी मोदी जी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं। उन्होंने MODI की आंतकियों से तुलना की थी। उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश और असम में मामला दर्ज हुआ है। गुरुवार को दिल्ली एयरपोर्ट से उन्हें असम पुलिस ने गिरफ्तार किया।
ध्यान देने वाली बात है कि कांग्रेस के नेता आए दिन प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। सुबोधकांत सहाय शेख हुसैन नाना पटोले, उमंग सिंघार, रणदीप सुरजेवाला, गौरव वल्लभ, अधीर रंजन चौधरी, मणिशंकर अय्यर, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, संजय निरुपम, प्रमोद तिवारी, इमरान मसूद। यह लिस्ट बहुत लंबी है। कांग्रेस नेता अब प्रधानमंत्री मोदी की मां और पिताजी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने लगे हैं। आप नेता गोपाल इटालिया ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ टिप्पणी की थी। ऐसी अभद्र टिप्पणियां भारतीय समाज में मंजूर नहीं हैं। प्रधानमंत्री, जिसे देश ने प्रचंड बहुमत दिया, उसे औकात दिखाने की बात करने वालों का हश्र क्या होता है, ये गुजरात की जनता ने इस बार के चुनाव में स्पष्ट रूप से बता दिया है। भारतीय जनमानस कुसंस्कारों को सहन नहीं करता है।
संसद में अभी हाल ही में प्रधानमंत्री का वह बयान आपने सुना होगा, जिसमें उन्होंने कहा कि देश देख रहा है कि एक अकेला कितनों पर भारी पड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से वैश्विक स्तर पर बनती भारत की साख वह पचा नहीं पा रहे हैं। भारत में जिन मुद्दों पर चुनावी रोटियां सेंकी जाती थीं, उन मुद्दों का समाधान मोदी सरकार में हो चुका है। अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है तो कश्मीर में लाल चौक पर शान से तिरंगा लहराता है और अब भारत माता के जयकारे गूंजते हैं। विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार की जंग भी भ्रष्टाचारियों की नींद उड़ाए हुए है।
अब फिर बात करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आखिर कांग्रेस के नेता अपशब्दों का प्रयोग क्यों करते हैं? इसका जवाब प्रधानमंत्री ने खुद दिया है। जनसभाओं में उन्होंने कहा था कि करोड़ों की हेराफेरी करने वाले आज जमानत पर हैं…इसलिए उनका गुस्सा मोदी पर रहता है और वो मोदी को दिन-रात अपशब्द कहते रहते हैं। सारे पुराने मामले खोले गए। वे कोर्ट चले गए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनकी सारी पुरानी खोलने का भारत सरकार को हक है। नामदारों की चार पीढ़ी, चायवाले के चार साल, आओ तुलना करें, किसने कितना किया। लेकिन कांग्रेस के पास मुद्दे नहीं हैं, कुसंस्कार भरे हैं और अहंकार सातवें आसमान पर है। इसलिए कांग्रेस अब मेरी मां को गाली देने पर आ गई। हम देश को कहां से कहां लेकर आए, उसकी चर्चा करने को तैयार नहीं। जब मुद्दे नहीं होते, दारिद्रय होता है, जब कुसंस्कार भरे पड़े होते हैं, तब जाकर के किसी की मां को गाली देने की हिम्मत आती है। जब मोदी पर हमला करने के सारे हथियार बेकार हो गए तब मोदी की मां को गाली दे रहे हैं। मोदी की मां को बदनाम कर रहे हैं। जिस मां को राजनीति का र नहीं मालूम, जो पूजा पाठ कर अपना समय व्यतीत कर रही है, उस मां को राजनीति में घसीट कर लाए हैं। कांग्रेस के लोग मोदी से मुकाबला करने की आपकी ताकत नहीं है। आप यहां तक पहुंच गए कि मां को घसीट कर ले आते हैं। क्या कांग्रेस में यह शोभा देता है क्या? उनके नेताओं को शोभा देता है क्या?
हमारी भ्रष्टाचार की लड़ाई से नामदार बहुत दुखी हैं। जिनके मलाई खाने के रास्ते बंद हुए हैं, वो मोदी मुर्दाबाद कहेंगे ही, मेरे माता पिता को गाली देंगे ही, मेरी जाति पर अभद्र टिप्पणी करेंगे ही। हमारे देश को भ्रष्टाचार ने बर्बाद किया है। भ्रष्टाचार जाना चाहिए। जिसको पद मिला, उसने लूटने का मौका नहीं छोड़ा। देवभूमि को इन्होंने लूटभूमि बना दिया था। कैमरे के सामने पकड़े गए। अवैध खनन, शराब माफिया, शराब के ठेके। यही इनके उद्योग हो गए। नोटबंदी के समय इनके छक्के छूट गए। मैं जब तक बैठूंगा, न चैन से बैठूंगा न चैन से बैठने दूंगा। क्या कर लेंगे ये, अनाप-शनाप आरोप लगाएंगे। वे लोग अपशब्द बोलेंगे, आरोप लगाएंगे, झूठ बोलेंगे, समस्याएं पैदा करेंगे, लेकिन गरीबों के लिए मैं सब झेल लूंगा।
कोरोना काल में आपको याद होगा कि किस तरह से वैक्सीन का विरोध हुआ था। जिम्मेदार नेताओं ने जनता को भ्रमित किया। आखिरकार यही वैक्सीन दुनियाभर में आशा की किरण बनी। भारत की वैक्सीन मैत्री को पूरी दुनिया ने सराहा। ऑपरेशन दोस्त भी आपने देखा। हर वैश्विक मंच पर भारत का विरोध और पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किये में भारत राहत का मरहम लेकर पहुंचा। पाकिस्तान ने वहां जाने का रास्ता नहीं दिया तो अधिक दूरी तय कर भारत के विमान तुर्किये पहुंचे। तुर्किये को कहना पड़ा कि भारत उसका सच्चा दोस्त है। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पूज्य मां और पिता जी को अपशब्द कहने वाले भारत के साथ विदेश में भी अपनी छवि धूमिल कर रहे हैं।
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