ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी तत्वों की हिमाकत बढ़ती जा रही है। वहां लगातार मंदिरों को भारत और हिन्दू विराध का निशाना बनाया जा रहा है। विक्टोरिया और मेलबर्न प्रांतों में पिछले दिनों मंदिरों पर भारत विरोधी खालिस्तानी नारे लिखने के बाद अब ये उग्रपंथी खुली धमकी पर उतर आए हैं।
ब्रिस्बेन में कल स्थानीय गायत्री मंदिर को फोन पर धमकियां दी गईं । कहा गया कि महाशिवरात्री मनानी है तो पहले ‘खालिस्तान जिंदाबाद बोलना होगा अन्यथा बुरा अंजाम होगा’। इस तरह की धमकी के एक नहीं कई फोन मंदिर प्रबंधकों को किए गए। मंदिर प्रबंधकों को धमकाया गया कि अगर 18 फरवरी यानी आज शिवरात्रि मनानी है तो ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने होंगे नहीं तो कोई पूजा नहीं होने दी जाएगी।
जैसा पहले बताया पहले भी ऑस्ट्रेलिया में कई मंदिरों पर खालिस्तानी तत्वों ने अपनी उग्र हरकतें की थीं। विक्टोरिया में तीन मंदिरों को खालिस्तानी तत्वों द्वारा भारत और हिन्दू विरोध का माध्यम बनाकर उनकी दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए और वहां भवन को क्षति पहुंचाई गई।
प्राप्त समाचारों के अनुसार, ब्रिस्बेन के गायत्री मंदिर कमेटी के अध्यक्ष श्री जयराम तथा उपाध्यक्ष श्री धर्मेश प्रसाद ने बताया कि 17 फरवरी को कथित खालिस्तानी तत्वों के फोन आए थे। जिसने फोन किया उसने अपना नाम गुरुवादेश सिंह बताया। उसने बिना हिचकिचाहट धमकी दी कि मंदिर में पूजा के दौरान ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए जाएं और हिंदू ‘खालिस्तान रेफरेंडम’ का समर्थन करें। धमकी देने वाले ने कहा कि, “खालिस्तान को लेकर मेरा पैगाम है कि महाशिवरात्रि मनानी है तो पुजारी को खालिस्तान का समर्थन करने तथा पूजा के बीच में पांच बार ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने को बोलो’।
ठीक इसी तरह की धमकी मेलबर्न के काली मंदिर के पुजारी को भी दी गई। खालिस्तानियों ने मंदिर के पुजारी को फोन किया और कहा कि मंदिर में भजन—कीर्तन, पूजा वगैरह बंद कर दो अन्यथा नतीजे भुगतने को तैयार रहो। पंजाबी बोल रहे कथित खालिस्तानी तत्व ने आगामी 4 मार्च को वहां होने वाले एक कार्यक्रम को भी रोक देने की धमकी दी। इस दिन यहां भजन संकीर्तन का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
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