बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने से पहले ही गर्भगृह के दर्शनों के लिए टोकन व्यवस्था शुरू हो जाएगी। केदारनाथ में टोकन व्यवस्था शुरू हो जाने से करीब 15 हजार श्रद्धालु रोज दर्शन कर सकेंगे। बाबा केदारनाथ धाम में हर साल भक्तों की संख्या में वृद्धि हो रही है। ऐसे में बाबा के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को पंजीकरण के दौरान ही टोकन दे दिया जाएगा। यह टोकन हर घंटे के दर्शन समय का होगा। इसकी सूचना ध्वनि विस्तारक यंत्र अथवा मोबाइल पर भी श्रद्धालुजन को मिल जाया करेगी।
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के मुताबिक श्रद्धालु आराम से बाबा के दर्शन करें, ऐसी व्यवस्था बनाई गई है। हर घंटे करीब 1200 और रोजाना 15 हजार भक्त बाबा के दर्शन कर सकेंगे। केदारनाथ के द्वार खोले जाने की घोषणा 18 फरवरी को शिवरात्रि के दिन की जाती है। उम्मीद है कि इस साल अप्रैल की 24 तारीख के आसपास बाबा केदार के दर्शन सुलभ हो सकेंगे।
पुराने मार्ग को खोलने की कवायद
बद्री-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि 2013 में केदारनाथ में आई आपदा से पूर्व जिस पैदल मार्ग का इस्तेमाल श्रद्धालुओं द्वारा किया जाता था, उसे पुनः खोलने के लिए वन अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन की बैठक हुई है। इस मार्ग से मोदी ध्यान गुफा से केदारनाथ जाना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि इस मार्ग से घोड़े खच्चर जाएं, ताकि नए मार्ग में साफ सफाई बनी रहे।
अजेंद्र अजय ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ भी बैठक की है और इस वर्ष यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की है। हम अब भगवान बद्रीनाथ कॉरिडोर पर भी अपने काम को तेज करने जा रहे हैं। सर्दियों में बर्फबारी की वजह से काम धीमा हो गया था इसलिए ऐसी कोशिश है कि कारोबारियों के काम और विकास के काम, दोनों यात्रा के साथ-साथ चलते रहे।
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