यूपी के मेरठ में लिसाड़ी गेट थाना पुलिस द्वारा नकली नोटों के साथ पकड़े गए आफताब से पूछताछ में चौकाने वाले राज खुले हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। एडीजी राजीव सब्बरवाल ने स्वयं भी आफताब से कड़ी पूछताछ की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी आफताब ने पूछताछ में बताया कि दो हजार के नकली नोट बनाने का हुनर उसके जीजा शाहिद के पास है। वही पुराने बंद पड़े नोटों की तार निकालकर, उन्हे नकली नोट के बीच फंसा कर प्रिंट आउट निकाल लेता था। इस सूचना के बाद पुलिस ने शाहिद की तलाश शुरू कर दी है, जोकि कैराना से फरार है। उसके बारे में जानकारी मिली है कि वो नकली नोटों का धंधा करके करोड़ पति बन चुका है और उसके पास चार-चार लग्जरी कारें हैं, उन्हीं के जरिए नकली नोटों का धंधा करता है। खबर मिली है कि उसके गिरोह में दो दर्जन से ज्यादा युवक शामिल हैं।
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एडीजी राजीव सब्बरवाल ने पूछताछ के बाद सभी महत्वपूर्ण जानकारियां केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और वित्तीय संस्थाओं के साथ साझा की है। अब स्वयं इस मामले को लेकर आरोपियों की तलाश में गठित एसओजी टीम की समीक्षा शुरू कर दी है। एडीजी ने कहा कि जिस तरह से आफताब ने जानकारी दी है वो सनसनीखेज है और ये एक बड़ा गैंग है, जोकि पश्चिम उत्तरप्रदेश ही नहीं अन्य राज्यों में भी इसके लोग बैठे हुए हैं।
एडीजी राजीव सब्बरवाल ने बताया के मात्र डेढ़ सौ रुपए की लागत में दो हजार का नोट शाहिद तैयार करने का हुनर रखता है। इसकी क्वालिटी अस्सी फीसदी नई मुद्रा से मेल खाती है। उन्होंने बताया कि अभी भी आफताब अपने जीजा शाहिद के बारे में पूरी जानकारी देने में संकोच करता दिख रहा है, फिर भी जो जानकारी मिली है उसके बाद से फरार शाहिद की तलाश में कई जगह दबिश दी गई है।
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