भारत के वो सात मंदिर, जो केदारनाथ से रामेश्वरम तक सीधी एक रेखा में हैं
May 21, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

भारत के वो सात मंदिर, जो केदारनाथ से रामेश्वरम तक सीधी एक रेखा में हैं

भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जो आज भी एक रहस्य बने हुए हैं। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से लेकर रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तक सात ऐसे मंदिर हैं, जिनका निर्माण एक सीधी लाइन में किया गया है।

by Masummba Chaurasia
Feb 13, 2023, 11:00 am IST
in भारत, संस्कृति
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत मंदिरों की भूमि है, यहां कई ऐसे मंदिर हैं, जो आज भी एक रहस्य बने हुए हैं। हम आपको उन मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं। जो एक सीधी रेखा में बने हैं। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से लेकर रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तक सात ऐसे मंदिर हैं, जिनका निर्माण एक लाइन में किया गया है। इनमें उत्तराखंड का केदारनाथ मंदिर, आंध्रप्रदेश का श्रीकालाहस्ती, तमिलनाडु का अरुणाचल मंदिर, तमिलनाडु का एकम्बरेश्वर मंदिर, तमिलनाडु का रामेश्वरम मंदिर, तमिलनाडु का तिलई नटराज मंदिर और तेलंगाना का कालेश्वरम मंदिर शामिल हैं।

अब विचार करने वाली बात ये है, कि जिस वक्त इन मंदिरों का निर्माण हुआ था। उस समय ना कोई टेक्नॉलोजी थी, ना मशीन फिर भी इन मंदिरों को एक सीध में कैसे बनाया गया ? ये आश्चर्य में डालने वाला है, लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि इस देश में ऐसे-ऐसे विद्वानों ने जन्म लिया है, जिन्होंने भारत को विश्व गुरु बनाया है। यहां ऐसे विद्वान रहे हैं, जिन्होंने बिना किसी साधन के ग्रहों-नक्षत्रों तक की स्थिति को एकदम सटीक बताया है।

अब आपको उन मंदिरों के बारे में बताते हैं, जो केदारनाथ से रामेश्वरम तक एक सीधी रेखा में हैं। केदारनाथ धाम ये मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित है। जो भगवान शिव को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर को लेकर कहावत है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने करवाया था और यह केदारनाथधाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। जो उत्तराखंड के चार धामों में शामिल है। कालेश्वरम मंदिर जो तेलंगाना के करीमनगर में स्थित है। यह मंदिर मुक्तेश्वर स्वामी को समर्पित है। इस मंदिर में दो शिवलिंग स्थापित हैं, जिन्हें शिव और यम का प्रतीक माना जाता है। इस मंदिर को कालेश्वर मुक्तेश्वर स्वामी देवस्थानम के नाम से भी पहचान जाता है।

श्री कालाहास्ती मंदिर यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर में स्थित है, इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां देवता की प्राण-प्रतिष्ठा वायु तत्व के लिए की हुई थी। यह मंदिर करीब 2 हजार साल पुराना बताया जाता है। जो दक्षिण कैलाश या दक्षिण काशी के नाम से भी विख्यात है। कांचीपुरम में बना एकम्बरेश्वर मंदिर जो तमिलनाडु में स्थित है, इस मंदिर का निर्माण सातवीं शताब्दी में पल्लव वंश के शासकों ने कराया था। उनके बाद 10वीं शताब्दी में आदिशंकराचार्य ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था। इस मंदिर की प्रसिद्धि पूरे विश्व में विख्यात है। अन्नामलाईयार मंदिर जो तमिलनाडु के तिरुवनमलाई शहर में अरुणाचला पहाड़ी पर बना है। इसी वजह से इस मंदिर को अरुणाचलेश्वर मंदिर के नाम से भी पहचान मिली है। इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग अग्नितत्व का प्रतीक है।

थिल्लई नटराज मंदिर तमिलनाडु के चिदम्‍बरम में स्थित है। यहां शिव के नटराज स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। रामनाथ स्वामी मंदिर जो तमिलनाडु के रामेश्वरम में बना है। जिसे रामेश्वरम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर को लेकर कहावत है कि जैसे उत्तर में काशी वैसे ही दक्षिण में रामेश्वरम का महत्व है।

Topics: अरुणाचलेश्वर मंदिरभारत के एक छोर से दूसरी छोर तक एक रेखा में मंदिररामेश्वरम मंदिरकेदारनाथ धाम से रामेश्वरम तक मंदिरएकम्बरेश्वर मंदिरमंदिरों की कहानीआंध्रप्रदेश के मंदिरकेदारनाथ धाम उत्तराखंड के मंदिरों का इतिहासभारत में एक सीधी रेखा में बने मंदिरकेदारनाथ मंदिर की स्थापनाMahashivratriकेदारनाथ मंदिर पांडवों ने बनवायाकालेश्वर मुक्तेश्वरकेदारनाथ धामस्वामी देवस्थानमआदि शंकराचार्यअन्नामलाईयार मंदिरभारत के मंदिरतमिलनाडु के मंदिरभारत के रहस्यों वाले मंदिर
Share9TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

आदि शंकराचार्य

राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के सूत्रधार आदि शंकराचार्य

प्रधानमंत्री मोदी को बाबा केदार ताकत दें कि वह आतंकवाद का, राक्षसों का खात्मा करें, CM धामी ने दी पहली पूजा की जानकारी 

Video: बाबा केदारनाथ ने दिए दर्शन, हर हर महादेव का जयघोष, सीएम धामी की मौजूदगी में पीएम मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

उत्तराखंड : जानिए चारधाम यात्रा का सनातन धर्म में क्यों है इतना महत्व..?

हजारीबाग में उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग करता पुलिसकर्मी

हिंदुओं के त्यौहार पर फिर बवाल, झारखंड में रामनवमी जुलूस पर उपद्रवियों ने किया पथराव

पथराव करता उपद्रवी

झारखंड में महाशिवरात्रि पर हिंसक झड़प, उपद्रवियों ने की पत्थरबाजी, कई वाहनों को आग के हवाले किया

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

एशियाई शेर (फोटो क्रेडिट - गिर नेशनल पार्क)

गुजरात में एशियाई शेरों की संख्या 891 हुई, आबादी के साथ क्षेत्र भी बढ़ा

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी: 26 नक्सली ढेर, एक जवान बलिदान

अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी पाकिस्तान की पिटाई और तबाही का सच उजागर होने के बाद भी, जिन्ना के देश का बेशर्म दुष्प्रचार तंत्र मुनीर को हीरो दिखाने में जुटा है

भारत से पिटा पाकिस्तान का फौजी कमांडर मुनीर जनरल से बन बैठा फील्ड मार्शल, क्या तख्तापलट होने जा रहा जिन्ना के देश में

प्रतीकात्मक तस्वीर

खेल मंत्रालय ने बदले खेल परिसरों के नाम

आरोपी गिरफ्तार

सिर्फ मंदिरों में ही करता था चोरी, सुल्तान अहमद गिरफ्तार

आतंकवादी आमिर हमजा

लश्कर-ए-तैयबा को एक और झटका, आतंकवादी आमिर हमजा गंभीर रूप से घायल

लूसी कोनोली

ब्रिटेन में लूसी कोनोली की अपील हुई खारिज: नहीं कम हुई सजा: आखिर क्या ट्वीट किया था?

सहारनपुर पुलिस ने आरोपी अब्दुल को किया गिरफ्तार

सहारनपुर: गौमाता के खून को गन्ने का ताजा रस बताने वाला अब्दुल गिरफ्तार

Dhruv Rathi

ध्रुव राठी ने पहले किया सिख धर्म और गुरुओं का अपमान, अब पारदर्शिता का ढोंग

प्रतीकात्मक चित्र

टेक्सास में भारतीय मूल के उद्यमी की बस में हत्या, आरोपी बोला-चाचा जैसे दिखते थे इसलिए मार दिया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies