सहारनपुर में पुलिस तमाम दावों के बावजूद खनन माफिया गैंगस्टर और दर्जनों मामलों में आरोपी पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पिछले काफी समय से पुलिस तलाश में जुटी है। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित है। हाजी इकबाल की अग्रिम जमानत की अर्जी हाईकोर्ट द्वारा निरस्त कर दी गई है।
हरियाणा के जगाधरी निवासी बलराज सेठी ने 10 जनवरी को मिर्जापुर थाने में दर्ज कराए मामले में बताया था कि उससे हाजी इकबाल ने ग्लोकल यूनिवर्सिटी में काम कराया था, जिसका पैसा नहीं दिया गया है। पैसों का तकादा करने पर उसे धमकी दी गई। आरोपियों ने उसे बंधक बनाया और जान से मारने की धमकी दी। इसके साथ ही उसका माल भी हड़प लिया एवं मारपीट की। पीड़ित ने पूर्व एमएलसी व खनन माफिया हाजी इकबाल, उसके भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली, इकबाल के पुत्र वाजिद, जावेद, अलीशान, अफजाल सहित एक अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
हाजी इकबाल के भाई महमूद अली और बेटे जेल में हैं। इन सभी पर गैंगस्टर लगी हुई है और सभी पर डकैती, सामूहिक दुष्कर्म, सरकारी संपत्ति को हड़पने जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। हाजी इकबाल पर वन संपत्ति, नदियों में अवैध खनन करने, एनजीटी के नियमों का उलंघन करने, सरकार के राजस्व की चोरी करने, बिना अनुमति यूनिवर्सिटी चलाने, सरकार के कर नहीं चुकाने, सरकारी जमीनों पर कब्जे करने जैसे कई आरोप थाना मिर्जापुर में दर्ज हैं। उस पर चीनी मिलों की खरीद पर घपले करने, लोगों की बकाया नहीं चुकाने, जबरन वसूली करने के भी आरोप लगे हुए हैं।
पुलिस ने हाजी इकबाल खानदान की करोड़ों की संपत्ति को कुर्क किया हुआ है। बावजूद इसके इकबाल न तो पुलिस या न्यायालय के आगे आत्मसमर्पण कर रहा है, न ही उसके छुपने का ठिकाना पुलिस को मिल रहा है। एसएसपी सहारनपुर डॉ विपिन ताडा के अनुसार हाजी इकबाल की तलाश जारी है। इसके लिए 6 टीम अपने काम में लगी हुई है।
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