पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी चुनाव सभाओं में कितनी ही बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत, भारत की कूटनीति और विदेश नीति की तारीफें कर चुके हैं। वहां की संसद में भी भारत में हो रही प्रगति के संदर्भ में दिए जाते रहे हैं। अब तो पाकिस्तान के समाचार पत्रों में बड़े लेखक भी अपने स्तंभों में प्रधानमंत्री मोदी और भारत की खुलकर प्रशंसा करते दिखाई दे रहे हैं।
अभी वहां के एक प्रसिद्ध अंग्रेजी दैनिक ने भारत के दुनिया पर बढ़ते प्रभाव की काफी चर्चा की है और प्रशंसा की है। उसमें छपा है कि भारत ने अपनी नीतियों से विश्व को हैरान किया हुआ है। भारत के ये सारे संदर्भ पाकिस्तान के जर्जर हालात और कंगाली से तुलना करते हुए दिए गए हैं।
पाकिस्तान के मीडिया में छप रहा है कि मोदी की अगुआई में भारत का कद लगातार बढ़ रहा है। वहां मीडिया में पहली बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर के मंचों पर भारत के बढ़ते रुतबे को सराहा ही नहीं गया है बल्कि उसे एक उदाहरण के तौर पर बताया गया है।
भारत को एक ब्रांड के तौर पर स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे अनेक काम किए हैं जिन्हें उनसे पहले कोई नहीं कर पाया था। यह देखने वाली बात है कि भारत अपने हित में जो महसूस करता है और जिस चीज की उसे जरूरत है उसे पाता है।
पड़ोसी इस्लामी देश के प्रसिद्ध समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में छपे स्तंभ में वैश्विक मंचों पर भारत की बढ़ती साख और भूमिका की प्रशंसा करते हुए इसके लिए मोदी को श्रेय देने से भी हिचका नहीं गया है। इस दैनिक पत्र में संपादकीय पृष्ठ पर छपे एक स्तंभ में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में भारत की विदेश नीति को बखूबी चलाया जा रहा है। भारत की जीडीपी 3 खरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा पहुंच गई है।
पाकिस्तान के वरिष्ठ स्तंभकार शहजाद चौधरी के इस आलेख में मोदी की अगुआई में भारत की तरक्की को असाधारण बताया गया है। बता दें कि शहजाद चौधरी राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मामलों पर मशहूर टिप्पणीकार माने जाते हैं। इस प्रशंसा के बाद उन्होंने लिखा है कि इन्हीं सब वजहों से भारत विदेशी निवेशकों का एक पसंदीदा ठिकाना बन गया है।
शहजाद लिखते हैं कि भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विदेश नीति के मामले में अपना एक स्थान बना लिया है। कृषि उत्पादों और आईटी उद्योग के क्षेत्र में भारत का कद बहुत बड़ा हो चुका है। अपने आलेख में आंकड़ों की मदद से वस्तुस्थिति का उल्लेख करते हुए चौधरी लिखते हैं कि ‘भारत की शासन व्यवस्था वक्त के अनुरूप साबित हुई है। यह साबित हुआ है कि भारत एक मजबूत लोकतंत्र है।
शहजाद चौधरी आगे लिखते हैं कि भारत को एक ब्रांड के तौर पर स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे अनेक काम किए हैं जिन्हें उनसे पहले कोई नहीं कर पाया था। यह देखने वाली बात है कि भारत अपने हित में जो महसूस करता है और जिस चीज की उसे जरूरत है उसे पाता है।
जैसा पहले बताया, कुछ इसी तर्ज पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान भी भारत की अनेक अवसरों पर तारीफ करते रहे हैं। उन्होंने भारत की विदेश नीति को आजाद बताया था कि देश के लिए जो जरूरी है उसे पाने के लिए वह किसी दूसरे के कहे की चिंता नहीं करता। इमरान ने यह भी कहा था कि यह सही है कि पाकिस्तान को भारत के साथ ही आजादी मिली थी, परन्तु भारत की विदेश नीति किसी के दबाव में नहीं है। इसके पीछे उन्होंने भारत—रूस संबंधों को हवाला दिया था। अमेरिका के लाख घुड़काने के बावजूद भारत रूस से सस्ते दामों पर तेल खरीद रहा है और अपने इस कदम पर मजबूती के साथ कायम है।
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