पुरेला। उत्तरकाशी जिले के पुरेला नगर पंचायत के वार्ड संख्या 7 में ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित एक संस्था द्वारा लोगों को बरगला कर ईसाई बनाए जाने का मामला सामने आया है। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया और केरल से आए प्रचारक की जमकर पिटाई भी की।
उत्तराखंड में जहां एक ओर धामी सरकार ने कन्वर्जन के खिलाफ सख्त कानून बना रही है, वहीं दूसरी ओर ईसाई मिशनरियों की गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। सुदूर पुरेला के देवढुंग में ईसाई परिवार जगदीश ठाकुर के घर में आसपास के गरीब तबके के लोगों को एकत्र करके उन्हें मतांतरण के लिए बरगलाया जा रहा था। भनक लगते ही हिंदू संगठनों के लोग वहां पहुंचे और उन्होंने मिशनरियों के लोगों की पिटाई की। ग्रामीणों ने ईसाई मत से जुड़ी प्रचार सामग्री को भी कब्जे में लेकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने पर स्थानीय लोगों ने आशा जीवन नाम की संस्था के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही। जानकारी के मुताबिक केरल के पादरी राज रस को भी गांव वालों ने पीटा, जिसे बड़ी मुश्किल से पुलिस ने बचाया। खबर लिखे जाने तक पुलिस एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही थी।
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