झारखंड के गिरिडीह मुख्यालय से मात्र 10 किलोमीटर दूर एक हनुमान जी के मंदिर को कुछ असामाजिक तत्वों ने निशाना बनाया है।
यह मंदिर उदनाबाद में दुखहरण नाथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। 19 दिसंबर की सुबह इस मंदिर के पुजारी पप्पू पंडित पूजा के लिए पहुंचे तो देखा कि मंदिर का दरवाजा खुला हुआ था, पूरे प्रांगण में गंदगी फैली हुई थी और हनुमान जी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया हुआ था। ये देखने के बाद पुजारी ने स्थानीय मुखिया दीपक पंडित और समाजसेवी दीपक उपाध्याय को इसकी जानकारी दी। इसके बाद इस घटना की सूचना स्थानीय महतोडीह पुलिस को भी दी गई। पुलिस खोजबीन कर रही है लेकिन अब तक ना तो यह पता चल पाया है कि मूर्ति को खंडित करने वाला कौन है और ना ही किसी की गिरफ्तारी हुई है।
घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में तनाव का माहौल है। कई हिंदू संगठनों सहित बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताया है। बजरंग दल के सह संयोजक सुरेश रजक ने कहा कि दुखहरण नाथ मंदिर प्रांगण में किसी व्यक्ति के द्वारा हनुमान जी की प्रतिमा को क्षति पहुंचाने का दुस्साहस बताता है कि कट्टरपंथी और असामाजिक तत्वों द्वारा क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बजरंग दल की ओर से इस मंदिर में एक पुलिस पिकेट, सीसीटीवी कैमरा और मंदिर की चारदीवारी बनाने की मांग की गई है।
इस दौरान यह भी पता चला है कि कुछ महीने पहले भी इस मंदिर से चोरी की घटना हो चुकी थी। इसके बाद भी प्रशासन की तरफ से ऐसी लापरवाही किसी बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण नहीं तो और क्या कहा जाए। आपको बता दें कि गिरिडीह जिले में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां कट्टरपंथी क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने की कोशिश में लगे रहते हैं।
हालांकि 20 सितंबर को इस घटना का विरोध करने के साथ-साथ मंदिर की साफ सफाई की गई और क्षतिग्रस्त मूर्ति को ठीक करा दिया गया है। इसके साथ ही मंदिर के प्रांगण में बजरंग दल और सभी हिंदू संगठनों द्वारा सुंदरकांड का पाठ कराया जा रहा है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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