वृंदावन में रमणरेती मार्ग स्थित कथा प्रवक्ता कृष्णचंद्र ठाकुरजी के आवास पर आयोजित समारोह में सोमवार को पहुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि से मुगलों का अतिक्रमण अब ध्वस्त होना चाहिए। उन्होंने संकल्प लिया जब तक श्रीकृष्ण जन्मस्थान अतिक्रमण मुक्त नहीं होता, तब तक वे देव दर्शन नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि का वर्णन सनातन धर्म के शास्त्र और पुराणों में है। गर्ग संहिता, ब्रह्म संहिता, विष्णु पुराण, श्रीमद्भागवत समेत अनेक ग्रंथों में मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के प्रमाण हैं। पवित्र स्थान पर कोई भी सनातनधर्मी अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा। जिस तरह भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को लंबे संघर्ष के बाद मुक्ति दिलाने में कामयाब हुए हैं। अब समय आ गया है कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि भी मुक्त हो और वहां दिव्य और भव्य श्रीकृष्ण जन्मस्थान का निर्माण हो। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास ने अदालत में अपना पक्ष रखकर बहुत बड़ा काम किया है। जगद्गुरु ने संतों व ब्रजवासियों से श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति व दिव्य मंदिर निर्माण के लिए श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्रप्रताप सिंह को समर्थन देने का आह्वान किया।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्रप्रताप सिंह ने कहा कि न्यायालय में ऐसे साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं कि उनके पक्ष में ही निर्णय आएगा। हम प्रयासरत हैं कि जल्द न्यायालय अपना निर्णय सुनाए और जन्मस्थान अतिक्रमण मुक्त होकर श्रीकृष्ण अपने दिव्य और भव्य मंदिर में विराजित हों।
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