दिल्ली की बहुचर्चित श्रद्धा हत्याकांड की तर्ज पर झारखंड के साहिबगंज के बोरियो में भी दर्दनाक वारदात को अंजाम दिया गया। बोरियो थाना क्षेत्र के गोंडा पहाड़ की रहने वाली रबिका पहाड़िन की हत्या कर शव को टुकड़ों में करने के मामले में डीआइजी ने रविवार को जांच के लिए एसआईटी गठित की है। वहीं, साहिबगंज एसपी इस मामले का पर्यवेक्षण करेंगे। इस मामले का अनुसंधान करने के लिए साहिबगंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र दुबे को नामित किया गया है।
डीआईजी ने एसआईटी को निर्देश दिया है कि यह विशेष जांच दल त्वरित गति से कांड का अनुसंधान कर ससमय न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित करें एवं स्पीडी ट्रायल के लिए न्यायालय में अभ्यावेदन समर्पित करें।
उल्लेखनीय है कि साहिबगंज के बोरियो में रबिका पहाड़िन (22) को उसके शौहर दिलदार अंसारी ने कटर से 12 टुकड़ों में काट दिया था। रबिका गोंडा पहाड़ की रहने वाली थी। निकाह के बाद वह अपने शौहर दिलदार अंसारी के साथ बेलटोला में रह रही थी। पुलिस ने उसके पति को हिरासत में ले लिया है। वहीं शनिवार देरशाम पुलिस ने रबिका पहाड़िन के शव को 12 हिस्सों में बोरियो थाना क्षेत्र के संथाली मोमिन टोला में एक पुराने बंद घर के बाहर से बरामद किया। रबिका के कटे अंगों को कुत्ते घसीट रहे थे।
इस मामले में साहिबगंज के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया कि दिलदार अंसारी ने रुबिका से दूसरी शादी की थी। पिछले कुछ दिन से रुबिका गायब थी। शनिवार शाम रुबिका के परिवार के सदस्यों ने बोरियो थाना को उसके लापता होने की जानकारी दी। शनिवार रात एक महिला के शरीर के टुकड़े बरामद किए गए। महिला की हत्या के बाद उसके शव को इलेक्ट्रिक कटर जैसे किसी धारदार यंत्र से काटा गया है। रविवार सुबह से सर्च ऑपरेशन जारी है। इसमें डॉक्टर की टीम को भी शामिल किया गया है। साथ ही डॉग स्क्वायड भी शामिल है।
वहीं दिलदार के परिजनों की निशानदेही पर मुख्य आरोपित दिलदार के मामा मो. मोइनुल अंसारी के घर से हत्या में प्रयुक्त दो धारदार हथियार बरामद किए गए हैं। हालांकि मो. मोइनुल अंसारी मौके से फरार हो गया। शव के बरामद हिस्सों की बोरियो सीएचसी प्रभारी डॉ. सलखु चंद हांसदा और डॉ. विनोद कुमार बोरियो की टीम ने मानव अंगों के रूप में पहचान की है। घटनास्थल से एक अंगुली, एक कंधा, एक कूल्हा, एक हाथ, पीठ का निचला हिस्सा, फेफड़ा एवं पेट के अंश मिले हैं।
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