छत्तीसगढ़ के सुकमा एवं बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय एक लाख रुपये का इनामी नक्सली पूनेम बुधरा ने गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। इनामी नक्सली लंबे अरसे से इलाके में सक्रिय था। उक्त नक्सली के आत्मसमर्पण करने से इलाके में होने वाले नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन के सक्रिय नक्सली पूनेम बुधरा ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली पर शासन द्वारा एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह नक्सली मिलिशिया प्लाटून सेक्शन कमांडर व पूर्व बटालियन सदस्य था और थाना पामेड़ जिला बीजापुर क्षेत्र का रहने वाला है। उसने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी सुनील शर्मा, सीआरपीएफ बस्तरिया बटालियन 241 कमांडेंट पदमा कुमार, एएसपी नक्सल ऑपरेशन किरण चव्हाण, अति. पुलिस अधीक्षक सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है।
सुकमा में एक-एक लाख के दो इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
आत्मसमर्पित नक्सली जारापल्ली मुठभेड़, एरनपल्ली फायरिंग की घटना, कोडेलगुड़ा कैम्प में फायरिंग की घटना में शामिल था। पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली से नक्सली संगठन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिनका आगामी अभियानों में उपयोग किया जाएगा। आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी।
एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि एक लाख का इनामी नक्सली मिलिशिया प्लाटून सेक्शन कमांडर व पूर्व बटालियन सदस्य ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित नक्सली से कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को मिली है, आगामी दिनों में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले ऑपरेशन में इससे हमें और सफलता मिलेगी। उन्होंने अपील करते हुए कहां की नक्सल संगठन जुड़े लोग शासन की पुनर्वास नीति का लाभ लेते हुए समाज के मुख्य धारा में लौट आएं। शासन द्वारा मिलने वाली योजनाओं के तहत उन्हें सहायता प्रदान की जाएगी।
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