छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के ग्राम पंचायत गुफड़ी के पटेलपारा स्कूल में बीते 3 माह से स्कूल में कोई शिक्षक नहीं है। पदोन्नति के बाद यहां पदस्थ शिक्षक सुकमा बालक पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के प्रभार में है। इधर स्कूल में 3 महीने से कोई शिक्षक नहीं होने से यहां पर पदस्थ सफाई कर्मी बच्चों को पढ़ाई करवा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले यहां पर जो शिक्षक थे उनका ट्रांसफर दूसरे स्कूल में हो गया है, उसके बाद से इस स्कूल के लिए जिस शिक्षक को पदस्थ किया गया था, वह शिक्षक एक दिन जॉइनिंग लेकर वापस चला गया। उसके बाद से इस स्कूल में 3 महीने से एक भी शिक्षक नहीं है, जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत गुफड़ी के पटेल पारा प्राथमिक शाला में वर्ष 2021 में पदस्थ शिक्षक के रिटायरमेंट होने के बाद से ही उक्त संस्था में शिक्षक अटैच कर काम चलाया जा रहा था। इसी वर्ष सितंबर 2022 में जिले में सहायक शिक्षकों की पदोन्नति की जाती है, इस पदोन्नति के बाद यहां पर अटैच सहायक शिक्षक संतोष कुम्भलवार को पदोन्नत कर दूसरे स्कूल में पदस्थ कर दिया जाता है। उसके बाद उनके स्थान पर सहायक शिक्षक छन्नू सोड़ी को पदोन्नति कर पदस्थ किया गया। लेकिन उक्त शिक्षक पहले से ही पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास अधीक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं। गुफड़ी के पटेल पारा प्राथमिक शाला पदोन्नति के बाद एक दिन जॉइनिंग लेकर वापस चले गए। उसके बाद से अब तक इस स्कूल में उनकी जगह किसी शिक्षक का विभागीय अधिकारियों के द्वारा प्रभार नहीं दिया गया है। जिसके कारण से स्कूल में अभी वर्तमान स्थिति पर शिक्षक नहीं है। जिसके कारण से बच्चों का भविष्य भगवान भरोसे चल रहा है।
संकुल केंद्र गुफड़ी के सीआरसी सालिकराम बंजारे ने बताया कि उक्त स्कूल में वर्तमान में पदस्थ शिक्षक पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में अधीक्षक के रूप में कार्यरत है। वहां की शैक्षणिक कार्य के लिए गोंदपल्ली पटेलपारा प्राशा से सहायक शिक्षक गणपत लाल पटेल को इसी माह एक दिसंबर से उक्त स्कूल में अध्यापन कार्य के लिए बीईओ कार्यालय से आदेश जारी किया गया है, लेकिन उक्त शिक्षक ने अब तक स्कूल में जॉइनिंग नहीं दी है। जिसकी वजह से यहां पर 3 महीने से स्कूल बगैर शिक्षक के ही संचालित हो रहा है, वहीं स्कूल का संचालन रसोईया और सफाई कर्मी के द्वारा किया जा रहा है।
सफाई कर्मी पांचवी तक पढ़ा लिखा
सफाई कर्मी देवा कडामी ने बताया कि वह पांचवीं तक पढ़ा लिखा है। स्कूल में 3 माह से शिक्षक नहीं है, जिसके कारण रोजाना में स्कूल में साफ सफाई करने के काम के बाद बच्चों को अ, आ, ई व गिनती पढ़ा देता है। यहां पर कक्षा एक से कक्षा पांचवीं तक 17 बच्चे अध्ययनरत है। कलेक्टर हरीश एस ने कहा कि इस बारे में जानकारी ली जाएगी। उसके बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
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