इस्लामाबाद। आतंक को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान खुद आतंकियों के जाल में फंस चुका है। आतंकवादी खुद उसके लिए नासूर बनते जा रहे हैं। ताजा मामला आतंकी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का है। टीटीपी ने अपने आतंकियों को पूरे पाकिस्तान में कहीं भी हमला करने का आदेश दिया है। उसका कहना है कि शहबाज सरकार के साथ उसका संघर्ष विराम खत्म हो गया है। बता दें कि इंग्लैंड की क्रिकेट टीम भी इस समय पाकिस्तान में है। वहां एक दिसंबर से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होनी है। हालांकि टीटीपी को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट कर दी गई हैं।
टीटीपी का कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष विराम को खत्म कर रहा है। इसके पीछे की वजह यह है कि पाकिस्तान सरकार उस पर कार्रवाई कर रही है। मुजाहिदों के खिलाफ सैन्य अभियान चल रहा है, इसलिए उसके आतंकी कहीं भी हमला कर सकते हैं। टीटीपी ने अपने एक बयान में कहा कि वह मुजाहिदीन (आतंकियों) के खिलाफ अलग-अलग इलाकों में चल रहे सैन्य अभियान की वजह से यह कदम उठाया है।
मुठभेड़ में टीटीपी कमांडर ढेर
उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान टीटीपी कमांडर समेत दस आतंकी मारे गए। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अशांत लक्की मारवत जिले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में टीटीपी कमांडर टीपू और दस अन्य आतंकी मारे गए। भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के भी हताहत होने की खबर है, लेकिन खबर लिखे जाने तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। अफगान सीमा से आने वाले टीटीपी आतंकियों कों सुरक्षा बलों ने घेर लिया था, जिसके बाद गोलीबारी हुई। आतंकी पूरी तरह से यूएस नाइट विजन डिवाइस (एनवीडी) उपकरण और भारी हथियारों से लैस थे।
क्या है टीटीपी और इसकी मंशा
टीटीपी पूरे पाकिस्तान में शरिया शासन लागू करने की मांग करता है। इसकी स्थापना 2007 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य पूरे पाकिस्तान में इस्लाम को कट्टरता से लागू करना है। टीटीपी को पाकिस्तानी तालिबान के रूप में भी जाना जाता है।
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