संरा में भारत ने साफ कहा-"राजनीतिक वजहों से हमें 26/11 के अपराधियों पर पाबंदी नहीं लगाने दी गई"
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

संरा में भारत ने साफ कहा-“राजनीतिक वजहों से हमें 26/11 के अपराधियों पर पाबंदी नहीं लगाने दी गई”

भारतीय प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि आतंकी हमलों के षड्यंत्रकारियों और उनके मददगारों पर पाबंदी लगाने की हमारी कोशिशों में पहले के वक्त में राजनीतिक वजहों से बाधा डाली गई। इसीलिए वे आज भी खुले आम घूम रहे हैं। वे आज भी भारत के विरुद्ध सीमा पार से आतकी हमले करा रहे हैं

by WEB DESK
Nov 25, 2022, 02:30 pm IST
in विश्व
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत ने स्पष्ट कहा है कि वह 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के षड्यंत्रकारियों और उनके हस्तकों पर पाबंदी लगाना चाहता था लेकिन “राजनीतिक वजहों” से उसमें अड़चन डाली गई। इस वजह से उस हमले के साजिशकर्ताओं को खुले घूमने ही नहीं बल्कि भारत के विरुद्ध सीमा पार से हमले तेज करने में भी मदद मिली।

सुरक्षा विषयों पर चर्चा के अंतरराष्ट्रीय मंच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय शांति तथा सुरक्षा के लिए आतंकवाद एक “गंभीर चुनौती” बना हुआ है। कंबोज ने कहा कि आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे जिहादी गुटों से जुड़े और उनसे प्रेरणा पाने वाले गुट खासतौर पर एशिया तथा अफ्रीका में अपनी साजिशों को अंजाम दे रहे हैं और आम नागरिकों तथा सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं।’’

सुरक्षा परिषद में भारत की प्रतिनिधि कंबोज ने यह बात परिषद की 1267/1373/1540 समितियों के अध्यक्षों की ओर से सुरक्षा परिषद की संयुक्त चर्चा में अपनी टिप्पणी के दौरान कही। उन्होंने आगे कहा कि ”हमें यह नहीं भूलना है कि नवंबर 2008 में दस जिहादी समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से मुंबई में दाखिल हुए थे। वे चार दिन तक शहर में आतंक मचाते रहे। इस हमले में 26 विदेशी नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए थे।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के आतंकवादियों तथा संस्थाओं को चिन्हित करने की भारत और अमेरिका की कोशिशों पर चीन बार बार रोक लगाता आ रहा है। इस संदर्भ में रुचिरा कंबोज ने कहा कि आतंकी हमलों के षड्यंत्रकारियों और उनके मददगारों पर पाबंदी लगाने की हमारी कोशिशों में पहले के वक्त में राजनीतिक वजहों से बाधा डाली गई। इसीलिए वे आज भी खुले आम घूम रहे हैं। वे आज भी भारत के विरुद्ध सीमा पार से आतकी हमले करा रहे हैं।

यहां बता दें कि जून 2022 से अब तक पाकिस्तान के आका कम्युनिस्ट चीन ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों हाफिज तलह सईद, लश्करे-तैयबा के सरगना शाहिद महमूद, लश्करे-तैयबा के आतंकी साजिद मीर, जैशे-मोहम्मद के सरगना अब्दुल रऊफ अजहर तथा अब्दुल रहमान मक्की को अलकायदा प्रतिबंध तंत्र के अंतर्गत काली सूची में डालने के प्रस्तावों पर रोक लगाई है। भारत तथा अमेरिका ने साझा कोशिश करके पाकिस्तानी आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने और उनकी संपत्ति को फ्रीज करने, यात्रा पर रोक लगाने तथा हथियारों पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव प्रस्तुत किए थे, लेकिन चीन की तरफ से बेवजह वीटो का इस्तेमाल करके अड़चन पैदा की गई।

15 देशों की सदस्यता वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सहायक निकायों के अध्यक्षों के वक्तव्य सुने। भारत की अध्यक्षता वाली आतंकवादरोधी समिति, नॉर्वे की अध्यक्षता वाली 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति तथा मेक्सिको की अध्यक्षता वाली सामूहिक विनाश के हथियारों पर रोक से संबंधित 1540 समिति ने अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए। रुचिरा कंबोज ने 1373 आतंकरोधी समिति के अध्यक्ष के नाते परिषद के सामने भारत का पक्ष रखा।

Topics: americaIndiajihadChinaterrorunscTerrorist26/11पाकिस्तानरुचिराकंबोजPakistanसुरक्षापरिषदचीनलश्करेतैयबाMumbairuchirakambojUNalqauidaattack
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

प्रतीकात्मक तस्वीर

बलूचिस्तान में हमला: बस यात्रियों को उतारकर 9 लोगों की बेरहमी से हत्या

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies