सऊदी अरब में दुष्कर्म और नशीले पदार्थों की तस्करी में सिर काटने की सजा दी जाती है। पिछले दस दिनों में 12 लोगों को सिर तन से जुदा कर मौत की सजा दी गई है। इन 12 लोगों में से तीन पाकिस्तानी हैं, जबकि सीरिया के 4, जॉर्डन के दो और तीन लोग सऊदी अरब मूल के हैं। ये सभी लोग दुष्कर्म और नशीले पदार्थों की तस्करी में दोषी पाए गए थे।
सऊदी अरब में अपराध के लिए सजा काफी सख्त है। दुष्कर्म के मामलों में कोई माफी नहीं मिलती है। इसकी सजा सिर्फ मौत है। वहां इस साल अब तक 130 से अधिक लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है। इस साल मार्च में 81 लोगों को मौत की सजा दी गई थी, इनमें से कई आरोपी आतंकवाद में संलिप्त थे।
सऊदी अरब में शिया समुदाय के लोग न्याय व्यवस्था में पक्षपात का आरोप लगाते रहे हैं। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने मौत की सजा में कमी करने की बात कही थी। सऊदी में इस साल अब तक जितने लोगों को मौत की सजा दी गई है, वह 2020 और 2021 से भी ज्यादा है। न्यूज एजेंसी एएफपी ने पिछले दिनों एक आंकड़ा जारी किया था। इसके मुताबिक वर्ष 2021 में 69 लोगों को और 2020 में 27 लोगों को मौत की सजा दी गई थी। वर्ष 2019 में यह आंकड़ा 187 था। गौरतलब है कि सऊदी अरब में अक्सर तलवार से लोगों का सिर काटकर मौत की सजा दी जाती है। कुवैत में भी हाल ही में सात लोगों को मौत की सजा दी गई थी।
किन अपराधों में कितनी सजा
समलैंगिंक संबंधों और ड्रग्स की तस्करी में भी मौत की सजा का प्रावधान है। चोरी करने पर दाहिना हाथ काट दिया जाता है। शादी के बाद यदि कोई महिला दूसरे पुरुष से संबंध रखती है तो उसे पत्थरों से मारकर मौत की सजा दी जाती है।
टिप्पणियाँ