नई दिल्ली। राजस्थान के भीलवाड़ा में स्टांप पेपर पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने वहां के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय और भयावह है। इस मामले में आयोग ने दो सदस्यीय टीम का गठन किया है जो प्रदेश में जा कर मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
एनसीपीसीआर ने लिया संज्ञान
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने भी इस मामले को बड़ी गंभीरता से लिया है। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के भीलवाड़ा से बालिकाओं को बेचे जाने की घटना को अत्यंत गम्भीरता से लिया गया है। मैं स्वयं भीलवाड़ा का दौरा करूंगा, विस्तृत जाँच की जाएगी बच्चियों शोषण के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा ने गहलोत सरकार को घेरा
भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार को घेरा है। भाजपा नेता राज्यवर्द्धन राठौड़ ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कितना दुर्भाग्यपूर्ण, जिस राजस्थान की पहचान महिला सम्मान से होती है, आज वहां बहन और बेटियों की अस्मत की बोली लग रही है। दरिंदे बेखौफ दुष्कर्म जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ये अत्याचार रोकने का काम राज्य सरकार का है, लेकिन वह विफल है। ऐसे कांग्रेसी कुशासन को परिणाम भोगना होगा।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के भीलवाड़ा के एक गांव में कर्ज नहीं चुकाने के एवज में स्टांप पेपर पर लड़कियों की खरीद-फरोख्त चल रही है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यहां की कई बस्तियों में रहने वाली गरीब लड़कियों को दलाल स्टांप पेपर पर खरीदते और बेचते हैं। इस रिपोर्ट में कुछ लड़कियों से बातचीत करने का दावा किया गया था। यह लड़कियां बता रही थीं कि उन्हें बेचा गया है और उनके साथ दुष्कर्म किया गया है।
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