गुजरात के अमदाबाद में हुए, दो दिवसीय साबरमती संवाद में गुजरात में शराब बंदी को लेकर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा मंत्री ही शराब मंत्री बन गए हैं। उन्होंने कहा कि एक राज्य जहां शराब का विभाग ही नहीं है,और एक राज्य जहां शराब मंत्री ही शिक्षा मंत्री है, वो यहां ये बताने आ रहे हैं, कि हमसे सीखों, उन्होंने कहा कि केजरीवाल को विकास सीखने के लिए गुजरात आना चाहिए , विकास सिखाने के लिए नहीं।
उन्होंने कहा कि मैं ये जानना चाहता हूं, कि जेल जाने की इतनी हड़बड़ी क्यों है, कपिल मिश्रा बोले मुझे लगता है, कि मनीष सिसोदिया जेल में जाए और जिसको लेकर सबसे ज्यादा करवा चौथ का व्रत अगर किसी ने रखा होगा, तो वो केजरीवाल हैं, कि सिसोदिया जेल चले जाएं, उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, कि इस प्रकार से भ्रष्टाचार का जश्न क्यों मनाया जा रहा है, अपराधियों का नंगानाच क्यों हो रहा है।
कपिल मिश्रा ने कहा कि हम उस आंदोलन की नींव से जुड़े हुए लोग रहे हैं, और प्रखरता से विरोध करने वाले लोगों में एक रहे हैं, उन्होंने कहा कि आंदोलन का अपहरण किया गया था। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा जैसे कि बाबा भारती की एक कहानी है, कि एक डाकू ने दिव्यांग बनकर उनका घोड़ा ले लिया । जिसके बाद बाबा भारती ने डाकू से केवल इतना कहा, कि घोड़ा तुम धोखा देकर लेकर जा रहे हो, ले जाओ पर किसी को ये मत बताना कि धोखा देकर तुम घोड़ ले आए हो, क्योंकि ये सुनने के बाद लोग दुर्बलों की मदद ही नहीं करेंगे, इसे सुनने के बाद उनका भरोसा उठ जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत में आंदोलन के नाम पर व्यवस्था, परिवर्तन के नाम पर भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर ये काम किया गया, और जो ये कहा जा रहा यहां तो शराब का डिपार्टमेंट ही नहीं है, बंदी भी है, शराब कि जो कुछ लोग करते भी होंगे वो अपवाद स्वरूप है, तो उन्होंने कहा कि यहां पर सिखाने मत आओ यहां पर सीखने आओ उन्होंने कहा कि सावरमती के किनारे खड़े होकर यमुना को साफ कैसे करना है, ये सीखने आओ, यहां ये सिखाने मत आओ कि नदियों के किनारे रोहिंग्या और बांग्लादेसी बस्तियां कैसे बसाई जाती है।
उन्होंने कहा कि 7 करोड़ की जनसंख्या, 2 लाख स्क्वॉयर किलोमीटर का राज्य जिसमें आदिवासी, देहाती इलाके भी शामिल हैं, और उसके बाद 1.8 प्रतिशत की बेरोजगारी दर और यहां सिखाने आ रहे हो, 15 सौ स्क्वायर किलोमीटर में एक करोड़ की जनसंख्या में 9 प्रतिशत की बेरोजगारी दर वाला सिखाने के लिए आ रहा है, यहां पर दो लाख स्क्वायर किलोमीटर 7 करोड़ की जनसंख्या 97 प्रतिशत लोगों के घरों में पीने का पानी पाइप से जा रहा है, 15 सौ स्क्वायर किलोमीटर ढ़ेड से दो करोड़ की जनसंख्या 40 प्रतिशत घरों में पानी टेंकरों से जा रहा है, तो यहां सिखाने मत आओ, सीखने आओ।
उन्होंने कहा कि प्रति एक लाख छात्रों में 31 कॉलेज प्रति एक लाख कॉलेज में 8 कॉलेज है, तो सिखाने मत आओ यहां सीखने आओ । उन्होंने कहा कि साबरमती के किनारे बैठकर कहना चाहूंगा कि इस देश में आंदोलन अगर सीखना है, तो अमूल से सीखो कॉ-ऑपरेटिव आंदोलन बना के लाखों लोगों का जीवन बदलना सिखा दिया, विकास अगर सीखना है, तो गुजरात के मॉडल से सीखो। राष्ट्रवाद अगर सीखना है तो गुजरात के वोटरों से सीखो।
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